कामरान के सपने होंगे सच...

रविवार, 19 अप्रैल 2009 (15:27 IST)
शेन वॉर्न की अगुआई वाली राजस्थान रॉयल्स टीम के तेज गेंदबाज कामरान खान न सिर्फ रफ्तार के जादूगर हैं बल्कि छक्के लगाने में युवराजसिंह को चुनौती दे सकते हैं और उनके कोच को पूरा भरोसा है कि इंडियन प्रीमियर लीग टीम इंडिया में उनके चयन का मार्ग प्रशस्त कर देगी।

उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के इस बाएँ हाथ के तेज गेंदबाज ने अभी तक सिर्फ क्लब क्रिकेट ही खेली है लेकिन राजस्थान रॉयल्स के कप्तान और कोच वॉर्न ने जब से उसकी तारीफों के पुल बाँधे हैं हर कोई उसके बारे में जानने को उत्सुक है। वैसे उसकी कहानी बहुत हद तक फिल्म 'इकबाल' से मिलती-जुलती है।

कामरान की प्रतिभा को पहचानकर उन्हें मुंबई लाने वाले कोच नौशाद खान ने कहा कि वॉर्न जैसे महान खिलाड़ी ने इस हीरे की परख कर ली है। मैं तो पहली नजर में ही भाँप गया था कि वह बहुत आगे तक जाएगा।

उन्होंने बताया उसकी शैली बहुत हद तक श्रीलंका के लसिथ मलिंगा से मिलती है और वह जहीर खान की तरह खतरनाक यॉर्कर डालता है। गेंद डालते समय उसके पेट से आवाज निकलती है यानी वह पूरी ताकत गेंद में झोंक देता है और बल्लेबाज को संभलने का मौका नहीं देता।

मुंबई के माचो क्रिकेट क्लब के इस कोच ने बताया क्रिकेट को लेकर उसका जुनून मिसाल है। गाँव में न तो उसके पास महँगे जूते थे और न ही क्रिकेट का साजो-सामान। वह टेनिस बॉल से ही खेलता था और नंगे पैर गेंदबाजी भी की है।

खान ने बताया ‍कि उसके असाधारण दमखम का राज यह है कि उसने गाँव में काफी लकड़ियाँ काटी हैं। इससे उसके कंधे मजबूत हो गए हैं। बचपन से उसे दस-बारह किलोमीटर दौड़ने की आदत भी रही है।

उन्होंने बताया किसी को यह नहीं पता कि वह गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में भी माहिर है। वह युवराज की तरह ऊँचे छक्के लगाता है और ट्वेंटी-20 क्रिकेट के लिए परफेक्ट है।

महज आठवीं तक पढे कामरान को अंग्रेजी बिलकुल नहीं आती और यही वजह है कि वॉर्न के मुँह से अपनी तारीफ के बारे में उन्हें दूसरों से पता चला।

कोच ने कहा उसे पता ही नहीं था कि वॉर्न ने उसके बारे में क्या कहा है। यहाँ अखबारों में और टीवी पर मैने देखा। उसने अभ्यास मैच के बाद दक्षिण अफ्रीका से फोन किया तो मैंने उसे बताया। वह बहुत भावुक हो गया और बोला कि मैं वॉर्न के भरोसे पर शत प्रतिशत खरा उतरकर दिखाऊँगा।

कामरान के माता-पिता का इंतकाल हो चुका है और आर्थिक अभाव के चलते मुंबई में भी वह कोच के ही घर पर रहते हैं। डीवाई पाटिल स्टेडियम में पुलिस जिमखाना की ओर से खेलने के दौरान राजस्थान रॉयल्स के कोचिंग निदेशक डेरेन बैरी उनसे काफी प्रभावित हुए और बाम्बे जिमखाना में ट्रायल के दौरान बुलाया।

बैरी ने उनसे यॉर्कर, बाउंसर और धीमी गेंद फेंकने को कहा और कामरान ने सटीक विकेट पर गेंद डाली। इसके बाद टीम ने उनके साथ 12 लाख रुपए का करार किया, जो कामरान की पहली कमाई भी थी।

तेज गेंदबाजों की मददगार दक्षिण अफ्रीकी पिचों पर कामरान के कामयाब रहने का यकीन जताते हुए नौशाद ने कहा उसकी तमन्ना है कि यूसुफ पठान, मनप्रीत गोनी और रविंदर जडेजा की तरह वह भी आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करके टीम इंडिया में जगह बनाए। उसने जिंदगी में क्रिकेट के अलावा न कुछ देखा और न सोचा है। उम्मीद है कि उसके सपने सच होंगे।

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