डेक्कन चार्जर्स पर जीत के साथ फिर से विजय रथ पर सवार होने वाली दिल्ली डेयरडेविल्स कल यहाँ चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग में पाँचवी जीत दर्ज करने के लिए उतरेगी जबकि महेंद्रसिंह धोनी की टीम निगाहें पिछली हार का बदला चुकता करने पर लगी होंगी।
गत विजेता राजस्थान रायल्स ने मंगलवार को पाँच विकेट से जीत दर्ज कर दिल्ली के विजयी अभियान पर रोक लगा दी थी, लेकिन वीरेंद्र सहवाग के नेतृत्व वाली टीम ने कल डेक्कन चार्जर्स को छह विकेट से रौंद कर लय में वापसी की।
दिल्ली के पाँच मैचों में आठ अंक हैं और नेट रन रेट के हिसाब से शीर्ष पर चल रही डेक्कन चार्जर्स के बाद वह तालिका में दूसरे स्थान पर बनी हुई है।
पिछले साल के उप-विजेता चेन्नई सुपर किंग्स ने धीमी शुरुआत के बाद धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ी है।
सुरेश रैना की 55 गेंद में 98 रन की पारी की बदौलत उन्होंने कल राजस्थान रॉयल्स को 38 रन से शिकस्त दी जिससे वह छह मैचों में पाँच अंक हासिल कर नीचे से दूसरे स्थान से उछाल लगाकर पाँचवें स्थान पर पहुँच गई।
अब उसका लक्ष्य टीम का स्तर सुधारने पर होगा जबकि वह दिल्ली की टीम से बदला चुकता करने की कोशिश में लगी होगी क्योंकि पिछली भिड़ंत में उसे डेयरडेविल्स से नौ रन से हार का सामना करना पड़ा था।
लेकिन यह इतना आसान नहीं होगा भले ही सहवाग और गौतम गंभीर की सलामी जोड़ी अभी तक टूर्नामेंट में सफल नहीं हो सकी हो, लेकिन एक शानदार पारी उनकी उम्मीदों पर पानी फेर सकती है।
श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान ने 46 गेंद में 52 रन बनाकर दिल्ली को कल डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और वह शानदार फार्म में चल रहे हैं। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स और दिनेश कार्तिक भी बल्लेबाजी क्रम को मजबूती प्रदान कर रहे हैं।
दिल्ली को डर्क नानेस और आशीष नेहरा के रूप में नई गेंद संभालने के लिए एक अच्छी जोड़ी मिल गई है जो अपने बल्लेबाज साथियों को काफी सहयोग दे रहे हैं।
न्यूजीलैंड के कप्तान डेनियल विटोरी और प्रदीप सांगवान भी चेन्नई के बल्लेबाजी क्रम के लिए चिंता का विषय हो सकते हैं जिसमें ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन और कप्तान धोनी शामिल हैं।
फार्म में चल रहे हेडन इस आईपीएल में 216 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाने वाले क्रिकेटर हैं और दिल्ली से बदला चुकता करने में चेन्नई की उनकी बल्लेबाजी पर निर्भर रहेगी।
राजस्थान के खिलाफ 98 रन की पारी के बाद रैना से काफी उम्मीदें लगाई जा सकती है जबकि एस बद्रीनाथ और किवी ऑलराउंडर जैकब ओरम भी उन्हें सहयोग देने के लिए मौजूद हैं।
श्रीलंकाई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन अभी तक टीम की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके हैं इसलिए टीम को उनसे भी काफी उम्मीद होगी। टीम दक्षिण अफ्रीका के एलबी मोर्कल पर निर्भर रहेगी।