चेन्नई और राजस्थान में रोमांचक मुकाबला

शुक्रवार, 8 मई 2009 (19:52 IST)
अंक तालिका में शीर्ष पर चल रही चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच शनिवार को इंडियन प्रीमियर लीग में होने वाला मुकाबला काफी रोमांचकारी होगा क्योंकि दोनों टीमें लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर रही हैं और आक्रामक रणनीति के बूते शानदार लय में हैं।

पिछले दो मैचों में अगर दोनों टीमों के प्रदर्शन को देखा जाए तो इनके बीच ज्यादा अंतर नहीं है। हालाँकि चेन्नई सुपर किंग्स बल्लेबाजी और गेंदबाजी में ज्यादा निरंतर दिख रही है जबकि उनका क्षेत्ररक्षण थोड़ा खराब रहा है।

महेंद्रसिंह धोनी की टीम ने लगातार पाँचवीं जीत दर्ज करने का लक्ष्य बनाया है जबकि ऑस्ट्रेलियाई महान स्पिनर शेन वॉर्न की अगुवाई वाली रॉयल्स चेन्नई के खिलाफ सेंचुरियन में मिली 38 रन की शिकस्त का बदला चुकाने की रणनीति और लगातार चौथी जीत दर्ज करने की कोशिशों में जुटी है।

अंक तालिका में दोनों टीमों के 11-11 अंक हैं, दोनों ने पाँच-पाँच जीत अपने नाम की हैं। दोनों को तीन में हार का सामना करना पड़ा और एक में दोनों टीमों का कोई परिणाम नहीं निकला। दोनों टीमों के बीच केवल नेट रन रेट का अंतर है। चेन्नई का नेट रन रेट प्लस 1.281 और राजस्थान माइनस 0.050 है, जिससे दिखता है कि धोनी की टीम बल्लेबाजी में विपक्षी टीम से बेहतर है।

चेन्नई की टीम हालाँकि बल्लेबाजी में काफी निरंतर रही है क्योंकि उन्होंने अभी तक सभी मैचों में 150 रन से ज्यादा का स्कोर खड़ा किया है जबकि राजस्थान 150 रन का आँकड़ा छूने में जूझती दिखी है। हालाँकि किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ आईपीएल के दूसरे सत्र में 211 रन का सर्वाधिक स्कोर उनके नाम है।

राजस्थान को ऑलराउंडर शेन वॉटसन की चोट से बड़ा आघात लगा है, जो ऑस्ट्रेलिया के दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ एकमात्र ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में चोट के कारण आईपीएल में नहीं खेल पाएँगे।

आईपीएल 2008 के 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' वॉटसन राजस्थान के लिए मध्यक्रम को मजबूती देने के अलावा युवा कामरान खान के बाद तेज गेंदबाजी को भी मजबूती दे सकते थे। कामरान खान को संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के रिपोर्ट किया गया है।

चेन्नई की बल्लेबाजी आक्रामक रही है। ऑस्ट्रेलियाई मैथ्यू हेडन इसकी अगुवाई करते हैं और सुरेश रैना तथा धोनी भी अच्छा खेल रहे हैं। चेन्नई की टीम में हेडन (378 रन) और रैना (296) के रूप में टूर्नामेंट के सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी मौजूद हैं।

गेंदबाजी विभाग में लक्ष्मपति बालाजी भी अच्छा कर रहे हैं उन्होंने सात मैचों में 11 विकेट चटकाए हैं और अंतिम ओवरों में उनकी एक्यूरेसी चेन्नई टीम की कुंजी रही है। अनुभवी मुथैया मुरलीधरन और शादाब जकाती चेन्नई के लिए शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। धोनी कामचलाऊ गेंदबाज रैना पर भी निर्भर कर सकते हैं।

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