रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को आईपीएल फाइनल तक ले जाने वाले कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि भले ही ट्वेंटी-20 प्रारूप युवा क्रिकेटरों के लिए है, लेकिन उन्हें सीनियरों का मागदर्शन और सहयोग मिलना जरूरी है।
आईपीएल-टू में मैथ्यू हेडन, एडम गिलक्रिस्ट, शेन वॉर्न और कुंबले जैसे रिटायर्ड खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। हेडन को सर्वाधिक रन बनाने के लिए आरेंज कैप मिली, जबकि गिलक्रिस्ट प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। वहीं फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे कुंबले ने कुल 21 विकेट लिए।
कुंबले ने कहा यह युवाओं का खेल है। इसके लिए फिट और चुस्त रहने की जरूरत है। टीम में छह सात खिलाड़ी ऐसे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि सीनियर और अनुभवी खिलाड़ी दबाव से निपटना बखूबी जानते हैं। वे इन हालात का बेहतर ढंग से सामना कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आईपीएल-टू में यह साबित हो गया है, जिसमें सीनियर खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। कुंबले क्रिकेट के इस प्रारूप का पूरा मजा ले रहे हैं और अक्टूबर में होने वाली चैम्पियंस लीग के बारे में सोचना भी शुरू कर दिया है।