आईपीएल के दूसरे संस्करण में अब तक अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन करने में असफल रही चेन्नई सुपर किंग्स की टीम सोमवार को यहाँ किंग्समीड मैदान में डेक्कन चार्जर्स के विजयी रथ को थामने के लक्ष्य के साथ उतरेगी।
आईपीएल के पहले संस्करण में सबसे फिसड्डी टीमों में शुमार डेक्कन चार्जर्स इस बार एकदम नए तेवर एवं कलेवर में नजर आ रही है। टीम अब तक खेले गए तीनों मुकाबले जीतकर अंक तालिका में शीर्ष पर है।
कप्तान एडम गिलक्रिस्ट के अलावा हर्शल गिब्स और रोहित शर्मा भी जबरदस्त फॉर्म में हैं और किसी भी गेंदबाजी क्रम की धज्जियाँ उड़ाने में सक्षम हैं। गिब्स, रोहित और ड्वेन स्मिथ की उपस्थिति में टीम का क्षेत्ररक्षण भी काफी मजबूत है।
गेंदबाजी में आरपी सिंह, प्रज्ञान ओझा और फिडेल एडवर्ड्स ने अब तक टूर्नामेंट में अपनी ख्याति से कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर टीम की जीत में अहम योगदान दिया है। टीम की कमजोरी बस इतनी है कि यदि शीर्ष क्रम अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहा तो वेणुगोपाल राव और रवि तेजा जैसे बल्लेबाज मध्यक्रम में टीम की नैया पार नहीं लगा सकते।
दूसरी ओर गत उपविजेता चेन्नई सुपर किंग्स की टीम अपनी छवि के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पा रही है। टीम अब तक खेले गए चार में से दो मैच में हार चुकी है। कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ उसका मैच बारिश के कारण धुल गया था। टीम को एकमात्र जीत रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ नसीब हुई थी।
कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी का जादू भी नहीं चल पा रहा है और न ही टीम के खिलाड़ी समन्वित रूप से अच्छा प्रदर्शन कर पा रहे हैं। टीम को अब ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ की सेवाएँ भी नहीं मिल पाएँगी। वे चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं। हालाँकि उनकी जगह लेने के लिए जेकब ओरम तैयार हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी समस्या मध्यक्रम को लेकर है। अच्छी शुरुआत के बावजूद टीम बड़ा लक्ष्य खड़ा नहीं कर पा रही है। टीम का मध्यक्रम कुछ खास नहीं कर पा रहा है। खुद कप्तान धोनी की खराब फॉर्म भी चिंता का विषय है। चेन्नई के लिए यह मैच काफी अहम होगा क्योंकि एक और हार उसके सेमीफाइनल में पहुँचने की आशाओं पर तुषारापात कर सकती है।