डेयर डेविल्स के सामने धोनी के धुरंधर

गुरुवार, 23 अप्रैल 2009 (11:47 IST)
पहले मैच में हार के झटके से उबरने के बाद पिछली उपविजेता चेन्नई सुपर किंग्स इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में जब दिल्ली डेयर डेविल्स से भिड़ेगी तो उसका इरादा जीत का सिलसिला कायम रखने का होगा।

चेन्नई की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहले ही मैच में उसे मुंबई इंडियंस ने 19 रन से हरा दिया था, लेकिन महेंद्रसिंह धोनी की टीम ने वापसी करते हुए अगले मैच में बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स को 92 रन से शिकस्त दी।

परपल कैप धारक ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन के शानदार फॉर्म को देखते हुए चेन्नई के पास दिल्ली डेयर डेविल्स के मजबूत बल्लेबाजी क्रम का माकूल जवाब देने का पूरा माद्दा है।

फिलहाल रन बनाने में सबसे आगे चल रहे हेडन ने बेंगलुरु के खिलाफ आईपीएल का दूसरा सबसे तेज अर्धशतक जड़ा और सिर्फ 35 गेंद में 65 रन बना डाले। पार्थिव पटेल के साथ पहले विकेट के लिए उन्होंने 106 रन जोड़े।

दूसरी ओर चेन्नई के पास इंग्लैंड के एंड्रयू फ्लिंटॉफ और दक्षिण अफ्रीका के एल्बी मोर्केल जैसे उपयोगी हरफनमौला हैं। सुरेश रैना भी लय में आने की पूरी कोशिश में जुटे हैं।

दिल्ली डेयर डेविल्स के पास भी शानदार फॉर्म में चल रहे वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 4.5 ओवर में 58 रन बनाए थे। उसकी दस विकेट से जीत में बारिश की अहम भूमिका रही लेकिन सहवाग ने साफ तौर पर कहा कि वे 12 ओवर में 104 रन का लक्ष्य हासिल कर सकते थे।

खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे दिल्ली डेयर डेविल्स के पास डेविड वार्नर जैसा बिग हिटर और ग्लेन मैग्राथ जैसा अनुभवी गेंदबाज हैं। इनके अलावा प्रदीप सांगवान, यो महेश और ऑस्ट्रेलिया के डर्क नानेस जैसे युवा खिलाड़ी अहम भूमिका निभा सकते हैं। चेन्नई के मनप्रीत गोनी, लक्ष्मीपति बालाजी, हरफनमौला फ्लिंटॉफ और मार्केल ट्रंपकार्ड साबित हो सकते हैं।

टूर्नामेंट में अभी तक स्पिनरों का बोलबाला रहा है, लिहाजा कल न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी और श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बीच की जंग रोचक रहेगी।

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