फिर आमने-सामने होंगे सौरव और वॉर्न

गुरुवार, 23 अप्रैल 2009 (15:01 IST)
गत चैंपियन राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम के बीच दूसरे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) क्रिकेट टूर्नामेंट में गुरुवार को होने वाली भिड़ंत में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली और ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न एक बार फिर आमने-सामने होंगे।

करामाती स्पिनर वॉर्न और उम्दा बल्लेबाज गांगुली के बीच मैदानी जंग में इस बार किस टीम का पलड़ा भारी होगा यह कहना मुश्किल है क्योंकि दोनों टीमें इस बार कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही हैं। नाइटराइडर्स के खिलाड़ी अपने पहले मैच में पिछले साल की सबसे फिसड्डी टीम डेक्कन चार्जर्स से हारे थे। हालाँकि इंद्रदेवता की कृपा से बाधित हुए मैच में उसने किंग्स इलेवन पंजाब को हराया और इस जीत से उनका मनोबल जरूर बढ़ा है।

दूसरी ओर राजस्थान रॉयल्स के अपने पहले मैच में रॉयल्स चैलेंजर्स के हाथों हारने के बाद दूसरे मैच में बारिश ने खलल डाली और मुंबई इंडियंस के खिलाफ उसका मैच बिना कोई गेंद फेंके ही रद्द कर दिया गया। हालाँकि इस मैच के बाद दोनों टीमों को एक एक अंक से संतोष जरूर करना पड़ा।

शेन वॉर्न के खिलाड़ी पिछले साल भी पहले पहल के मैचों में हारे थे लेकिन उसके बाद उन्होंने शानदार खेल दिखाया और ट्रॉफी जीती। हालाँकि इस बार अलग बात यह है कि टीम के कुछ खिलाड़ियों में बदलाव किया गया है। पिछले वर्ष सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शेन वाटसन और सोहेल तनवीर इस बार टीम में नहीं हैं। इन दोनों की कमी को दूर करना कप्तान वॉर्न के लिए बड़ी चुनौती है।

हालाँकि ग्रीम स्मिथ और यूसुफ पठान जैसे स्टार बल्लेबाज इस बार भी टीम के साथ हैं और इनसे टीम को काफी उम्मीदें हैं। पिछली बार टीम के चैंपियन बनने में यूसुफ ने अहम भूमिका निभाई थी और फाइनल सहित चार मैचों में वह मैन ऑफ द मैच बने थे।

कोलकाता नाइटराइडर्स के नवनियुक्त कप्तान ब्रेंडन मैक्कुलम को इस टूर्नामेंट में अपने मुकाबले में चल रही टीम को परास्त करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी वहीं अब तक एक भी मैच नहीं जीत पाने वाले वॉर्न के खिलाड़ी किसी शानदार जीत के लिए एड़ा-चोटी का प्रयास करेंगे। वैसे अच्छी खबर यह है कि पूरे टूर्नामेंट के लिए नाइटराइडर्स के ज्यादा खिलाड़ी मौजूद रहेंगे। क्रिस गेल, ब्रेड हॉज और गांगुली जैसे स्टार बल्लेबाज तो टीम के पास हैं ही गेंदबाजी में भी भारतीय सितारा ईशांत शर्मा भी टीम की गेंदबाजी की प्रमुख धुरी बने हुए हैं।

जहाँ तक टीम के कमजोर पक्ष का सवाल है ऐसा लगता है कि मैनेजर जॉन बुकानन की बहुकप्तान की थ्योरी ही टीम की सबसे बड़ी कमजोरी साबित हो रही है। मैक्कुलम कप्तान बने तो टीम पहला ही मैच हार गई। टीम में एक से एक स्टार बल्लेबाजों के बावजूद किसी का बल्ला नहीं चला। ऐसा लगता है कि पूर्व कप्तान गांगुली को हटाना सही फैसला नहीं साबित हो रहा है।

हालाँकि पहले मैच की हार से बेचैन हुए नाइटराइडर्स ने डकवर्थ लुईस के सहारे दूसरे मैच में किंग्स इलेवन पंजाब को हार झेलने के लिए मजबूर कर दिया और अब जीत के इस सिलसिले को बरकरार को रखने की पुरजोर कोशिश करेंगे।

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