रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, डेक्कन चार्जर्स और दिल्ली डेयरडेविल्स की टीमें 8 से 23 अक्टूबर तक होने वाले शुरुआती चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में मेजबान भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
इंडियन प्रीमियर लीग में शीर्ष तीन स्थान पर रहने वाली इन टीमों के अलावा दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, और ऑस्ट्रेलिया की दो शीर्ष घरेलू ट्वेंटी-20 टीमें तथा न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और श्रीलंका की घरेलू टी-20 चैम्पियन टीम 12 टीमों के इस टूर्नामेंट में शिरकत करेंगी।
आईपीएल अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के उपाध्यक्ष ललित मोदी ने कहा कि चैम्पियंस लीग टी-20 के से मुझे लगता है कि हमारे पास क्लब की भविष्य की पीढ़ियों राज्य और कांउटी क्रिकेटरों को प्रेरित और उत्साहित करने का विचार है जबकि हम साथ ही साथ वैश्विक स्तर पर इस खेल को विकास को बढ़ावा भी दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले साल कुछ विषम परिस्थतियों के कारण शुरुआती सत्र आयोजित नहीं किया जा सका लेकिन इस बार हम भारत में इसके सफल आयोजन के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
मोदी ने कहा मुझे पूरा भरोसा है कि यह एक वैश्विक टूर्नामेंट होगा और उस स्तर का होगा जैसा कि क्रिकेट की दुनिया ने विश्व कप के बाहर ऐसा आयोजन नहीं देखा होगा।
ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया और न्यू साउथ वेल्स जबकि दक्षिण अफ्रीका की कोबराज और ईगल्स टीमें इसमें हिस्सा लेंगी। दोनों देश भारत के साथ इस टूर्नामेंट के संस्थापक देश थे।
60 लाख डॉलर इनामी राशि के इस टूर्नामेंट में टीमों को चार ग्रुप में विभाजित किया जाएगा, जिसमें शुरू में टीम लीग मैचों के आधार पर खेलेंगी। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीमें दूसरे चरण के लिए क्वालीफाई करेंगी, जिसके बाद सेमीफाइनल होंगे।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के मुख्य कार्यकारी गेराल्ड मजोला ने कहा मुझे पूरा विश्वास है कि यह लीग क्लब और फ्रेंचाइजी स्तर को क्रिकेट विकास के लिए प्रेरित करेगी।
टूर्नामेंट का 10 साल का व्यावसायिक अधिकार ईएसपीएन स्टार स्पोर्ट्स के पास हैं। इस मौके पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड, आरसीबी कप्तान अनिल कुंबले, डेक्कन चार्जर्स के कप्तान एडम गिलक्रिस्ट और जीएमआर स्पोर्ट्स अध्यक्ष श्रीनिवास बोमिडाला भी मौजूद थे।