इंडियन प्रीमियर लीग में आज बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स ने दिल्ली डेयरडेविल्स को 7 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में पहुँचनी की संभावनाओं को कायम रखा है।
दिल्ली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 134 रन बनाए। जवाब में बेंगलुरु ने 19 ओवरों में 3 विकेट के नुकसान पर 135 रन बनाते हुए मैच 7 विकेट से जीत लिया। 'मैन ऑफ द मैच' जैक्स कैलिस 58 और मार्क बाउचर 10 रन बनाकर नाबाद रहे।
जीत के लिए 135 रनों के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी बेंगलुरू टीम का पहला विकेट रॉबिन उथप्पा (1) का गिरा, जिन्हें नेहरा की गेंद पर दिनेश कार्तिक ने लपका। पहला मैच खेल रहे योगेश नागर ने राहुल द्रविड़ (38 ) को अपनी ही गेंद पर लपक लिया। नायर को दूसरी सफलता रोस टेलर (25) के रूप में मिली, जिनका कैच सीमा रेखा पर विटोरी ने लपका। इसके बाद जैक्क कैलिस ने अपने जौहर दिखलाए और वे टीम को जीत दिलाकर ही वापस लौटे। कैलिस ने 58 रन की नाबाद पारी खेली।
दिल्ली की पारी में दिनेश कार्तिक 31 रनों के साथ टॉप स्कोरर रहे, जबकि डिविलियर्स 28 रन बनाने में कामयाब रहे थे। प्रवीण कुमार ने 30 रन देकर 3 और कुंबले 24 रन देकर 2 विकेट लिए।
दिल्ली की शुरुआत बेहद खराब रही और प्रवीण कुमार ने पहले ही ओवर में दिल्ली के दो विकेट धराशायी कर दिए। प्रवीण कुमार ने पहले कप्तान वीरेन्द्र सहवाग को स्क्वेयर लेग पर टेलर के हाथों कैच करवाया। तब सहवाग का खाता भी नहीं खुला था। प्रवीण की अगली गेंद पर मिथुन मिन्हास चूके और स्लिप में उछले कैच को लपकने में जैक्स कैलिस ने कोई गलती नहीं की।
दिल्ली के खाते में केवल एक रन ही जुड़ा था कि दो विकेट पैवेलियन कूच कर गए थे। बाद में गंभीर और डिविलियर्स ने स्थिति संभाल ली लेकिन जब गंभीर 27 रन पर थे, तब कैलिस की गेंद पर टेलर ने उनका कैच लपक लिया।
डिविलियर्स (28) वांडर मर्व की गेंद पर बोल्ड हो गए जबकि मैकडोनाल्ड (3) को कुंबले अपना शिकार बनाया। दिल्ली की टीम 15 ओवर में 5 विकेट खोने के बाद सिर्फ 90 रन ही बना सकी थी। बाद में दिनेश कार्तिक चले और 31 रन बनाकर आउट हुए। वाय. नागर ने 18 रनों का योगदान दिया। माहरुफ 18 और डेनियल विटोरी 4 रन बनाकर नाबाद रहे। इस तरह दिल्ली की टीम निर्धारित 20 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 134 रन ही अपने खाते में जमा कर सकी थी।
बेंगलुरु को सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए यह मैच हर हाल में जीतना था। उधर दिल्ली डेयरडेविल्स की सेहत पर हार-जीत के निर्णय का कोई असर इसलिए नहीं हुआ क्योंकि वह पहले ही सेमीफाइनल की सीट बुक कर चुका था। यही कारण है कि उसने इस मैच को किसी भी मोड़ पर गंभीरता से नहीं लिया।