डेक्कन चार्जर्स के कप्तान एडम गिलक्रिस्ट इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे चरण में दिल्ली डेयरडेविल्स के हाथों मिली पहली शिकस्त से निराश नहीं हैं और उन्होंने कहा कि वे टीम के विजय अभियान के समाप्त होने के लिए पूरी तरह तैयार थे।
गिलक्रिस्ट ने डेक्कन चार्जर्स को दिल्ली डेयरडेविल्स से छह विकेट से मिली हार के बाद कहा कि मैं विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के साथ खेला हूँ जहाँ पर हमने लगातार मैचों में जीत दर्ज की। यह तो होना ही था और यह हो गया यही सच्चाई है।
उन्होंने कहा कि हम बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर सके। हम अंत तक जूझते रहे लेकिन रन काफी नहीं थे। गिलक्रिस्ट ने कहा कि शुरुआती विकेट गँवाने से उनकी टीम को बैकफुट पर पहुँचा दिया और टीम उनके तथा साथी सलामी बल्लेबाज हर्शल गिब्स के आउट होने के बाद सचमुच उबर नहीं सकी।
उन्होंने कहा कि शुरू में विकेट गिरने से टीम बैकफुट पर पहुँच जाती है। उन्होंने हमें रोकने के लिए अच्छा प्रदर्शन किया। हमारे स्कोर में 20 रन की कमी थी। हम जो कुछ बना सके वह स्कोर नाकाफी था। जीत दर्ज करने वाले कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि वे टीम के प्रयास से काफी खुश हैं।
उन्होंने कहा कि मैं प्रदर्शन से खुश हूँ। पिच बल्लेबाजी के मुफीद है और हमने बढ़िया काम किया। यह स्कोर का बचाव करने के लिए अच्छा मैदान है। दिनेश कार्तिक और तिलकरत्ने दिलशान ने बढ़िया साझेदारी की इसलिए मैंने गेंदबाजी करने का फैसला किया। सहवाग ने मैच के दौरान उँगली में लगी चोट को खास तवज्जो नहीं दी। उन्होंने कहा कि यह ठीक है। केवल पाँच टाँके लगे हैं। मैं अगले मैच तक फिट हो जाऊँगा।
सहवाग ने मैन ऑफ द मैच तेज गेंदबाज डर्क नानेस की भी तारीफ की जिन्होंने 16 रन देकर दो विकेट लिए। उन्होंने कहा कि मैं जिन तेज गेंदबाजों के खिलाफ खेला उनमें वे सबसे तेज हैं। बाएँ हाथ के इस गेंदबाज को खेलना बहुत मुश्किल है। दूसरी तरफ नानेस ने कहा कि पिछले मैचों में उपयोगी योगदान न देने से वे टीम में अपने स्थान को लेकर चिंतित थे।
उन्होंने कहा कि मैं असल में खुद को लेकर थोड़ा चिंतित था क्योंकि मैंने अधिक विकेट नहीं लिए थे। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूँ। मुझे सबसे अधिक खुशी गिली के विकेट से मिली।