दूसरे आईपीएल टूर्नामेंट में स्पिन गेंदबाजी के जलवे देख दक्षिण अफ्रीका के पूर्व ऑफ स्पिनर पैट सिमकॉक्स ने उम्मीद जताई है कि इससे खत्म होती स्पिन गेंदबाजी युवाओं को फिर से लुभा पाने में सफल होगी।
सिमकॉक्स ने आज स्वीकार किया कि ट्वेंटी-20 जैसे क्रिकेट के तेज संस्करणों में मध्यम गति के तेज गेंदबाजों को अपनी जगह बचाने के लिए नई योजनाओं के साथ आना होगा।
सिमकॉक्स ने कहा कि अब हमें युवाओं को धीमी गेंदबाजी के लिए प्रेरित करना चाहिए। युवाओं को यह मानना होगा कि ट्वेंटी-20 क्रिकेट सिर्फ तेज भागने के लिए नहीं है। अब मुझे ट्वेंटी-20 क्रिकेट में मध्यम गति के तेज गेंदबाजों के लिए थोडा दु:ख भी होता है, जो 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकते हैं।
वर्ष 1990 के दशक के इस भीमकाय स्पिनर ने कहा हालाँकि तेज गेंदबाजों के पास हमेशा मौके होते हैं पर लेकिन अब बारी स्पिनरों की है1 अब मध्यम गति के तेज गेंदबाजों को अपने आप में बदलाव लाने की जरूरत है।
गौरतलब है कि आईपीएल-2 के अभी तक हुए दस मुकाबलों में स्पिनरों ने तीस विकेट झटके हैं। इन स्पिनरों के कुनबे में अनिल कुंबले, शेन वॉर्न, मुथैया मुरलीधरन, डेनियल विटोरी, हरभजनसिंह से लेकर प्रज्ञान ओझा तक शामिल हैं। यहाँ तक कि केविन पीटरसन जैसे 'पार्ट टाइम' स्पिनर भी तीन विकेट चटका चुके हैं।
सिमकॉक्स ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में हो रहे आईपीएल पर यहाँ के पिचों की स्थिति और मौसम का रूझान भी खासा असर दिखलाएगा। उन्होंने कहा कि यहाँ सर्दी आने ही वाली है, जिससे घास थोड़ी सी सूख गई है और यह स्पिनरों के लिए बेहद मददगार है।