टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर हरभजनसिंह ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व धुरंधर लेग स्पिनर शेन वॉर्न तथा भारत के महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने आईपीएल टू में अपने प्रदर्शन से साबित कर दिया है कि क्रिकेट के इस फटाफट संस्करण में स्पिनरों की भी अहम भूमिका है।
हरभजन ने कहा कि भले ही वॉर्न और कुंबले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया हों लेकिन आईपीएल टू में उनके प्रदर्शन ने साबित कर दिया है कि अभी भी वे महान हैं।
हरभजन ने कहा कि आईपीएल में बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स की तरफ से खेल रहे कुंबले, राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेल रहे वॉर्न और दिल्ली डेयर डेविल्स की तरफ से खेल रहे डेनियल विटोरी ने अपनी गेंदबाजी से साबित कर दिया है कि ट्वेंटी-20 मैचों में स्पिनर भी टीम की जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
भारत के इस ऑफ स्पिनर ने कहा कि जब ट्वेंटी-20 की परिकल्पना की जा रही थी तो सबसे बड़ा सवाल था कि स्पिनरों के लिए इस स्वरूप में क्या जगह होगी, लेकिन अब माजरा बदल गया है।
एकबारगी देखें तो वाकई में क्रिकेट का यह संस्करण स्पिनरों की कब्रगाह है, लेकिन क्या आपने आईपीएल टू के मैचों में ऐसा देखा शायद नहीं क्योंकि सभी स्पिन गेंदबाज कम रन देकर विकेट चटकाने में सफल हो रहे हैं।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कुंबले की तारीफ करते हुए हरभजन ने कहा कि वाकई कुंबले भाई का प्रदर्शन शानदार रहा है। आप कभी ये सोच ही नहीं सकते कि वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएँगे। मैंने आखिरी बार उन्हें दिल्ली में टूटी हुई अँगुली से गेंदबाजी करते हुए देखा था। वे गजब के जिंदादिल इनसान हैं।
गौरतलब है कि कुंबले ने आईपीएल इतिहास में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अब तक की सबसे किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में पाँच रन देकर पाँच विकेट झटके थे।