श्रेयस अय्यर ने 25 मार्च को कप्तानी पारी खेल पंजाब किंग्स (Punjab Kings) के लिए डेब्यू मैच में ही धूम मचा दी। वे गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपने शतक से सिर्फ 3 रनों से चुके लेकिन उनकी यह पारी शतक से कम नहीं थी, उन्होंने निस्वार्थ रहकर शशांक सिंह (Shashank Singh) को शॉट्स लगाने की आजादी भी थी जिसके बाद वे सोशल मीडिया पर 'Selfless Captain' से ट्रेंड भी हुए। उन्होंने 42 गेंदों में 5 चौके और 9 छक्के की मदद से 97 रन बनाए। उनके अपने पर्सनल माइलस्टोन की परवाह न करते हुए टीम को प्रायोरिटी पर रखने की तारीफ तो हुई ही साथ में BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से निकाले जाने के बाद उन्होंने खुदपर कड़ी मेहनत कर कितनी उपलब्धियां हांसिल की, उसकी भी तारीफ़ हुई। 2024 में BCCI ने अपनी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया था।
2024 इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम तीन टेस्ट मैचों के लिए उन्हें (Shreyas Iyer) भारतीय टीम से बाहर किया गया था। उन्होंने पीठ की ऐंठन के कारण मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) को अपने फैसले की जानकारी देते हुए असम और बड़ौदा के खिलाफ मुंबई के अंतिम लीग मैच और क्वार्टर फाइनल में खेलने से भी इनकार कर दिया था। जिसके बाद BCCI ने यह निर्णय लिया था।
BCCI ने बयान में कहा था,कृपया ध्यान दें कि वार्षिक अनुबंध के लिए श्रेयस अय्यर और ईशान किशन के नाम पर विचार नहीं किया गया।बयान में कहा गया है,बीसीसीआई ने सिफारिश की है कि सभी खिलाड़ी जब राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हों तो वे घरेलू क्रिकेट में खेलने को प्राथमिकता दें। लेकिन उसके बाद उन्होंने ठान लिया था कि उन्हें इसका जवाब देना है और टीम में वापस अपनी जगह बनानी है।