मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने बुधवार को इंग्लैंड दौरे के लिए श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को भारतीय टीम में शामिल नहीं करने के सवाल को टाल दिया लेकिन 3 जून को अहमदाबाद में होने वाले आईपीएल फाइनल में देश के सशस्त्र बलों के प्रमुखों को आमंत्रित करने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की सराहना की। शानदार फॉर्म में चल रहे अय्यर को 20 जून से लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए भारत की 18 सदस्यीय टीम में जगह नहीं मिली है।
भारत की कमान युवा शुभमन गिल (Shubman Gill) संभालेंगे और ऋषभ पंत (Rishabh Pant) उप कप्तान होंगे।
Reporter:- "Why was Shreyas Iyer not selected for the England tour?"
Gautam Gambhir:- "I am not the selector"
For your information, Gambhir was the first coach in Indian cricket history who sat in the selection meeting,And now he is saying that I am not the selector pic.twitter.com/V74yfW7jGk
पंजाब किंग्स को अपनी अगुआई में आईपीएल प्लेऑफ में पहुंचाने वाले अय्यर के बारे में गंभीर ने कहा, मैं चयनकर्ता नहीं हूं।
हालांकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद गंभीर ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों को आईपीएल के खिताबी मुकाबले में आमंत्रित करने के लिए बीसीसीआई की प्रशंसा करते हुए कहा, यह एक अविश्वसनीय कदम है।
उन्होंने कहा, हम आम तौर पर बीसीसीआई की बहुत सी बातों पर आलोचना करते हैं लेकिन यह कुछ ऐसा है जो अविश्वसनीय है। बीसीसीआई ने इस दृष्टिकोण से पहल की है कि पूरा देश एक है और पूरे देश को सशस्त्र बलों को उनके बिना शर्त किए गए कार्यों के लिए सलाम करना चाहिए।
गंभीर ने कहा, इसलिए मुझे लगता है कि बीसीसीआई द्वारा इस तरह की पहल करने के लिए हमें बीसीसीआई और सबसे महत्वपूर्ण रूप से हमारे सशस्त्र बलों को बहुत अधिक श्रेय देना चाहिए जो बिना किसी शर्त हमारी मदद और हमारी रक्षा कर रहे हैं।
जनरल उपेंद्र द्विवेदी थल सेना प्रमुख हैं जबकि एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी नौसेना प्रमुख हैं। एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह वायु सेना प्रमुख हैं।
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने घोषणा की थी कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की सफलता का जश्न मनाने के लिए आईपीएल फाइनल के लिए सभी भारतीय सशस्त्र बलों के प्रमुखों, शीर्ष अधिकारियों और सैनिकों को निमंत्रण दिया है।
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुई थी। जम्मू-कश्मीर के इस लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे। (भाषा)