आस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर जस्टिन लैंगर भारत का मुख्य कोच बनने की संभावना पर विचार कर रहे थे लेकिन इससे जुड़े दबाव और राजनीति को लेकर केएल राहुल की सलाह के बाद उन्होंने यह ख्याल जेहन से निकाल दिया।
लखनऊ सुपर जाइंट्स आईपीएल टीम के मुख्य कोच लैंगर ने BBC Stumped पॉडकास्ट में कहा , यह शानदार काम होगा। मैं आस्ट्रेलियाई टीम के साथ चार साल कोच रह चुका हूं लेकिन यह काफी थकाऊ होता है। लेकिन किसी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा , मैं केएल राहुल से बात कर रहा था तो उसने कहा कि आईपीएल टीम में अगर आपको दबाव और राजनीति लगती है तो उसका हजारों गुना भारतीय टीम की कोचिंग में होता है। यह अच्छी सलाह थी। यह पद आकर्षक है लेकिन अभी मेरे लिये नहीं।
बीसीसीआई ने मुख्य कोच के पद के लिये ताजा आवेदन मंगवाये हैं और आवेदन की आखिरी तारीख 27 मई है। राहुल द्रविड़ अगले महीने वेस्टइंडीज और अमेरिका में होने वाले टी20 विश्व कप के बाद भारतीय टीम से विदा लेंगे।
कुछ दिनों पहले थकान का हवाला देकर दिखाई दी अनिच्छा
भारत का कोच बनना क्रिकेट जगत की सबसे बड़ी जिम्मेदारियों में से एक है और आस्ट्रेलिया के पूर्व मुख्य कोच जस्टिन लैंगर का मानना है कि अगर टाइमिंग सही नहीं हो तो यह काफी थकाऊ काम हो सकता है।आईपीएल के इस सत्र में लखनऊ सुपर जाइंट्स के कोच रहे लैंगर से कई बार पूछा गया कि क्या वह भारत का कोच बनने के इच्छुक हैं चूंकि राहुल द्रविड़ का कार्यकाल टी20 विश्व कप के बाद खत्म हो रहा है।
एशेज और टी20 विश्व कप विजेता आस्ट्रेलियाई कोच लैंगर अच्छे रणनीतिकार और अनुशासन के मामले में सख्त हैं।लैंगर ने एक सवाल के जवाब में कहा , यह क्रिकेट का सबसे बड़ा काम है , भारतीय टीम का मुख्य कोच बनना।उन्होंने कहा , एक तो इतना अधिक क्रिकेट हो रहा है और दूसरा अपेक्षाओं का भारी दबाव। यह काफी चुनौतीपूर्ण है लेकिन रोमांचक भी होगा।
उन्होंने कहा , इसके लिये टाइमिंग सही रहने की जरूरत है। मैं आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के साथ करीब चार साल था। ह काफी थकाऊ काम है।उन्हेंने कहा ,राहुल द्रविड़ भी यही कहेंगे और रवि शास्त्री भी यही कहेंगे। भारतीय टीम के लिये जीतने का दबाव बहुत ज्यादा है। उम्मीद है कि जो भी अगला कोच होगा, वह इसे लेकर काफी रोमांचित होगा।
लैंगर ने आईपीएल के दबाव की तुलना विश्व कप से करते हुए कहा कि यह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ घरेलू लीग है।उन्होंने कहा , यह दुनिया का सर्वश्रेष्ठ घरेलू टूर्नामेंट है। इतनी कड़ी प्रतिस्पर्धा है। इतने अच्छे खिलाड़ी और टीमें हैं। प्रदर्शन का भारी दबाव रहता है। यह विश्व कप की तरह है और दबाव भी वैसा ही रहता है। मुझे आईपीएल इतना पसंद है कि अब घर जाते हुए बुरा लग रहा है।(भाषा)