पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच के दौरान ऋषभ पंत द्वारा नॉन-स्ट्राइकर छोर पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के कार्यवाहक कप्तान जितेश शर्मा (Jitesh Sharma) के खिलाफ रन आउट की अपील को वापस लेने के फैसले से खुश नहीं हैं।
अश्विन ने कहा कि यह गेंदबाज का अपमान है जो आहत महसूस कर सकता है।
आरसीबी (Royal Challengers Bengaluru) मंगलवार को मैच के दौरान लक्ष्य का पीछा कर रही थी और 17वें ओवर में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के दिगवेश राठी (Digvesh Rathi) ने देखा कि जितेश ने नॉन स्ट्राइकर छोर छोड़ दिया और उन्होंने गिल्लयां हटा दीं।
रीप्ले में दिखा कि बल्लेबाज क्रीज के बाहर था लेकिन फैसला खारिज कर दिया गया क्योंकि गेंदबाज ने अपनी डिलीवरी स्ट्राइड पूरी कर ली थी।
Digvesh Rathi tried to ran out Jitesh Sharma on non striker end.
Rishabh Pant took the appeal back. Class act ???? pic.twitter.com/6eF3gYOw07
लेकिन जब यह सब हो रहा था, तब पंत (Rishabh Pant) ने अपील वापस ले ली जिसके बाद जितेश ने साथी विकेटकीपर-बल्लेबाज को गले लगा लिया। आरसीबी ने यह मैच छह विकेट से जीत लिया।
अश्विन मांकडिंग (Mankading) के मुखर समर्थक रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंत को अपने गेंदबाज का समर्थन करना चाहिए था।
उन्होंने अपने यूट्यूब शो पर कहा, मुझे इस घटना की तकनीकी बातों पर गौर करने दीजिए। क्या जितेश शर्मा को आउट दिया जाना उचित है, अगर वह (राठी) डिलीवरी स्ट्राइड में आने से पहले क्रीज से बाहर निकल गया? हां, उसे आउट दिया जाना उचित है और गेंदबाज भी पूरी तरह से उचित है।
उन्होंने कहा, दिग्वेश राठी फ्रंट फुट पर उतरे और जितेश शर्मा क्रीज के अंदर थे। इसलिए सभी तकनीकी संभावनाओं में, यह आउट नहीं है। लेकिन क्या हुआ? स्टंप पर गेंद लगने के बाद, (अंपायर) माइकल गॉफ ने दिग्वेश राठी से पूछा (लेकिन) उन्होंने उनसे यह नहीं पूछा, क्या आप निश्चित हैं?, उन्होंने उनसे पूछा कि क्या वह अपील कर रहे हैं।
अश्विन ने कहा, राठी ने कहा, हां, मैं अपील कर रहा हूं। इसलिए गॉफ तीसरे अंपायर के पास गए और तीसरे अंपायर ने सही फैसला लिया। उन्होंने कहा, वह अपनी डिलीवरी स्ट्राइड को पार कर गया है, बल्लेबाज क्रीज के अंदर है, मेरा फैसला है, नॉट आउट'।
हालांकि भारतीय स्पिन दिग्गज ने कहा कि उन्हें पंत द्वारा अपील वापस लेना पसंद नहीं आया।
उन्होंने कहा, अब तक, सब कुछ ठीक है। गेंदबाज ने हिट किया, अपील की, नॉट आउट। यह सामान्य है। लेकिन क्या हुआ? इसके बाद, मैच के दौरान कमेंटेटर ने कहा, ऋषभ पंत ने अपील वापस ले ली है। क्या कमाल की खेल भावना है।
अश्विन ने कहा, मैं एक सवाल पूछ रहा हूं। इसके बारे में सोचो। जो कोई भी इस वीडियो को देख रहा है। दिग्वेश राठी के कप्तान ने करोड़ों लोगों के सामने उनके फैसले की आलोचना की।
Ravichandran Ashwin unhappy with Rishabh Pant withdrawing his appeal against Jitesh Sharma ????
उन्होंने कहा, देखिए कप्तान का काम अपने खिलाड़ी का समर्थन करना है। ठीक है? कप्तान का काम गेंदबाज को छोटा महसूस कराना नहीं है। अपील वापस लेने का फैसला करने पर, उसे यह पहले ही कर लेना चाहिए था।
अश्विन ने कहा, हमें नहीं पता कि उसने पहले ही उससे बात की है या नहीं। लेकिन आइए करोड़ों लोगों के सामने उस युवा खिलाड़ी की निंदा करना बंद करें। क्या हम किसी और के साथ ऐसा करते हैं? एक गेंदबाज छोटा क्यों दिखता है? यह वास्तव में अपमान है। (भाषा)