कप्तान रोहित शर्मा से सहमति जताते हुए स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने इंपैक्ट खिलाड़ी के नियम की आलोचना करते हुए कहा कि इससे खेल का संतुलन बिगड़ रहा है।आईपीएल के पिछले सत्र से पारी के बीच में स्थानापन्न खिलाड़ी को उतारने का नियम शुरू हुआ है जिस पर रोहित ने भी नाराजगी जताई थी।
अब कोहली ने जियो सिनेमा से कहा , मैं रोहित का समर्थन करता हूं। मनोरंजन खेल का एक पहलू है लेकिन संतुलन भी होना चाहिये। इससे खेल का संतुलन बिगड़ा है और कई लोगों को ऐसा लगता है , सिर्फ मुझे नहीं।
रोहित ने पॉडकास्ट में कहा , मैं इस नियम का मुरीद नहीं हूं। इससे हरफनमौलाओं पर विपरीत असर पड़ेगा। क्रिकेट 11 खिलाड़ियों का खेल है, 12 का नहीं।आईपीएल के इस सत्र में आठ बार 250 रन से अधिक का स्कोर बना और कोहली गेंदबाजों का दर्द समझते हैं।
A total of runs & Virat Kohli's dominance continues as the leading run-scorer of #TATAIPL 2024
उन्होंने कहा , गेंदबाजों को लग रहा है कि हम क्या करें। मैने कभी ऐसा नहीं देखा जब गेंदबाजों को लगता है कि वे हर गेंद पर चार या छह रन देंगे। हर टीम के पास बुमराह या राशिद खान तो है नहीं।
उन्होंने कहा , एक अतिरिक्त बल्लेबाज के कारण पावरप्ले में मैं 200 प्लस के स्ट्राइक रेट से खेल रहा हूं क्योंकि मुझे पता है कि आठवें नंबर पर भी एक बल्लेबाज है। मेरा मानना है कि शीर्ष स्तर पर क्रिकेट में इस तरह का दबदबा नहीं होना चाहिये। बल्ले और गेंद के बीच समान संतुलन होना चाहिये।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा था कि यह नियम प्रयोग के तौर पर लागू किया गया है ताकि दो भारतीय खिलाड़ियों को एक मैच में मौका मिल सके।कोहली ने कहा , मुझे यकीन है कि जय भाई ने कहा है कि वह इसकी समीक्षा करेंगे और मुझे यकीन है कि ऐसा निष्कर्ष निकलेगा कि खेल में संतुलन पैदा हो सके। सिर्फ चौके या छक्के की क्रिकेट में रोमांचक नहीं होते। 160 का स्कोर बनाकर जीतना भी रोमांचक होता है।(भाषा)