क्रिकेट को रोमांच और कमाई की नई बुलंदियों पर पहुँचाने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने भले ही पहले बरस में कामयाबी की नई इबारत लिखी हो लेकिन इस सफलता में विवाद भी इसके हमसफर रहे। क्रिकेटप्रेमियों ने सिर्फ बल्ले और गेंद की जंग ही नहीं बल्कि नित नए विवादों का भी तमाशा देखा।
इसका आगाज आठ टीमों के लिए खिलाड़ियों की नीलामी से ही हो गया जो क्रिकेट के कुछ पंडितों को नागवार गुजरी थी। उनका कहना था कि क्रिकेट को बाजार बनाकर खिलाड़ियों की भेड़- बकरी की तरह बोली लगाना भद्रजनों के इस खेल का अपमान है। फिर आयोजकों ने मीडिया के लिए मान्यता को लेकर भारी भरकम नियम और शर्तें लाद दी। मीडिया के दबाव में आखिरकार आयोजकों को ये शर्तें वापिस लेनी पड़ी और टूर्नामेंट की कवरेज सुनिश्चित हुई।
टीमों ने अपने लिए अमेरिका से चीयरलीडर्स बुलवाकर एक और विवाद को न्यौता दे डाला। नाममात्र के कपड़ों में लिपटी इन लड़कियों का काम चौकों, छक्कों और विकेटों पर थिरकना था। इस पर कई राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों की भृकुटियाँ तनीं। बहरहाल इनके डेसिंग सेंस में बदलाव करके मामले से निपटा गया।
आईपीएल का सबसे काला अध्याय रहा हरभजनसिंह और एस श्रीसंत का थप्पड़ कांड। टीम इंडिया में एक साथ खेलने वाले दोनों खिलाड़ी यहाँ क्रमश: मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब का हिस्सा थे। मैच हारने के बाद हरभजन को श्रीसंत की कोई टिप्पणी नागवार गुजरी और तुनकमिजाज टरबनेटर ने उसे तमाचा जड़ दिया।
आईपीएल ने हरभजन को बाकी मैचों से निलंबित कर दिया। वहीं बीसीसीआई ने उस पर पाँच वनडे की पाबंदी लगा दी। इस प्रकरण को लेकर क्रिकेट हलकों में हरभजन और श्रीसंत की काफी छिछालेदार हुई सो अलग। यही नहीं श्रीसंत के बर्ताव पर टिप्पणी करने वाले अंपायर अमीश साहेबा को भी निलंबन झेलना पड़ा।
खिलाड़ियों की मैदानी तनातनी का सिलसिला यहीं नहीं थमा। प्रिंस ऑफ कोलकाता सौरव गांगुली और राजस्थान रॉयल्स के ऑस्ट्रेलियाई कप्तान शेन वॉर्न ने एक दूसरे पर जमकर बातों के बाण छोड़े। कोलकाता और राजस्थान के बीच एक मैच के दौरान गांगुली ने ग्रीम स्मिथ द्वारा लपके जाने की अपील को गलत बताया जिससे मैदानी अंपायर ने फैसला तीसरे अंपायर पर छोड़ दिया।
वॉर्न का पारा सातवें आसमान पर पहुँच गया। मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने भारत के सबसे सफल कप्तान की खेल भावना पर अँगुली उठाई तो गांगुली ने पलटकर कहा कि वॉर्न पहले अपनी गिरेबान में झाँककर देखें।
उधर कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक सुपर स्टार शाहरुख खान का टीम डगआउट में जाना आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई को रास नहीं आया। उन्होंने किंग खान को हिदायत दी कि वे खिलाड़ियों के परिसर से दूर रहे। शाहरुख का जवाब था कि कोई उन्हें उनकी टीम से मिलने जुलने से नहीं रोक सकता।
आईपीएल को आखिरकार टीम मालिकों के लिए विशेष पास जारी करने पड़े। इसके बाद किंग खान ने यह कहकर बाकी मैचों का बहिष्कार कर दिया कि वे अभी आईसीसी की आचार संहिता को समझ रहे हैं।
प्रीति जिंटा की किंग्स इलेवन भी विवादों के घेरे में आ गई जब दो अश्वेत ब्रिटिश चीयरलीडर्स ने कथित तौर पर नस्लीय भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने टीम का प्रबंधन देख रही विजक्राफ्ट कंपनी से सार्वजनिक माफी की माँग की।
उधर विवादों से घिरे रहने के लिए बदनाम शोएब अख्तर पहले तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा लगाए गए पाँच साल के प्रतिबंध के कारण शुरुआती कई मैच खेल ही नहीं सके। एक महीने के लिए प्रतिबंध हटने के बाद खेलने आए तो इन आरोपों ने सनसनी फैला दी कि कराची हवाई अड्डे पर कस्टम अधिकारियों ने उनके पास ढेरों सीरिंज बरामद की।