क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Recruitment Sector में HR की जगह ले सकती है?

शनिवार, 4 मार्च 2023 (16:58 IST)
- ईशु शर्मा
 
कॉर्पोरेट की दुनिया में कई तरह के सॉफ्टवेयर मौजूद है जिसकी वजह से लोग अपने काम को कम समय में प्रभावी रूप से कर सकते हैं। साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence) के इस दौर में कई कंपनियां लोगों को बड़ी मात्रा में जॉब से निकाल भी रही है। अब कंपनीज़ कम समय में ज़्यादा प्रोडक्टिविटी (productivity) के लिए AI टूल्स का प्रयोग कर रही है और इसमें रिक्रूटमेंट सेक्टर (recruitment sector) भी मौजूद है।
 
रिक्रूटमेंट सेक्टर (recruitment sector) में लोगों को हायर (hire) करने के लिए सॉफ्टवेयर एवं AI टूल का प्रयोग किया जा रहा है जिसकी वजह से हायरिंग प्रोसेस (hiring process) काफी आसान हो गई है पर सवाल ये है कि क्या AI टेक्नोलॉजी रिक्रूटमेंट सेक्टर (recruitment sector) में HR की जगह ले सकती है? इस सवाल से पहले आपको ये जानना ज़रूरी है कि रिक्रूटमेंट (recruitment) के सॉफ्टवेयर में ऐसे कौनसे फीचर है जिसकी वजह से HR (Human Resource) का काम काफी आसान हो गया है- 
 
क्या है AI Recruiting Tool के फीचर्स?
 
इंटरनेट पर aiola, paradox, arya, hiretual जैसे कई AI एवं सॉफ्टवेयर मौजूद है जिसकी वजह से कंपनी हायरिंग (hiring) की लंबी प्रोसेस को बहुत कम समय में और आसानी से कर सकती है। इसके साथ ही ये सॉफ्टवेयर की मदद से आप-
1. समय की बचत:-
AI टूल की मदद से आप रिक्रूटमेंट की लंबी प्रोसेस को सिर्फ कुछ मिनट में कर सकते हैं। AI टूल सिर्फ कुछ कीवर्ड्स (keywords) की कमांड के ज़रिए रिज्यूमे शॉर्टलिस्ट (resume shortlist) कर सकता है इसके साथ ही ये मीटिंग शेडूल (meeting schedule), ईमेल रिप्लाई, क्वेरीज रिप्लाई (queries reply), अलग-अलग सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को हायर भी कर सकता है जिसकी वजह से कंपनी का काफी समय बचता है। 
 
2. निष्पक्ष हायरिंग:-
AI टूल बिना किसी जजमेंट के निष्पक्ष हायरिंग करता जो HR के लिए कर पाना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि AI अपने एनालिटिकल टूल (analytical tool) की मदद से कंपनी एवं कीवर्ड्स के अनुसार कैंडिडेट (candidate) की प्रोफाइल को एनालिसिस (analysis) करता है। 
 
3. कैंडिडेट को ढूंढ़ने में मदद:-
Arya एक ऐसा सॉफ्टवेयर हैं जो 50 सोशल मीडिया के ज़रिए कैंडिडेट (candidate) को ढूंढ सकता है। इसके साथ ही कंपनी के इंगेजमेंट (engagement) बढ़ाने के लिए ये चैटबॉट की मदद से उन कैंडिडेट के सवालों का जवाब भी दे सकता है। 
 
4. बेहतर प्रोडक्टिविटी:-
AI टूल HR (human resource) से काफी ज़्यादा प्रोडक्टिव (productive) होते हैं क्योंकि एक मशीन को किसी तरह के रेस्ट की ज़रूरत नहीं होती है जिसके कारण ये टूल 24 घंटे बिना रुके काम कर सकते हैं। 
क्या AI Recruitment Sector में HR की जगह ले सकते हैं?
 
AI टूल ये सारे फीचर्स के ज़रिए काम को बहुत आसान बनाते हैं पर कोई भी AI टूल या सॉफ्टवेयर HR (human resource) की जगह नहीं ले सकता क्योंकि इस रोल को निभाने के लिए आपको कैंडिडेट (candidate) से इमोशनल रिलेशन (emotional relation) बनाने की ज़रूरत है। साथ ही अच्छा इंटरव्यू लेना और अलग-अलग लोगों को समझना किसी AI टूल के लिए संभव नहीं है। AI सिर्फ एक कमांड (command) या कीवर्ड्स (keywords) के ज़रिए अलग-अलग पर्सनालिटी (personality) वाले लोगों को नहीं समझ सकता और साथ ही उनके कॉंफिडेंट (confident) एवं नर्वस्नेस (nervousness) को भी एनालिसिस नहीं कर सकता है।
 
इसके साथ हायरिंग एक इमोशनल प्रोसेस है जो किसी सॉफ्टवेयर के द्वारा नहीं की जा सकती है। रिक्रूटमेंट सेक्टर में आपको ह्यूमन कनेक्शन (human connection) और रिलेशन की ज़रूरत है। किसी के टैलेंट को समझ ने के लिए या Emotional quotient चेक करने के लिए आप किसी मशीन का प्रयोग नहीं कर सकते हैं।
 

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