आईपीएल विवाद में क्रिकेट, शशि थरूर, ललित मोदी और सुनंदा पुष्कर के साथ जिस 'कर्ता' की सबसे ज्यादा चर्चा हुई, वह है ट्विटर... यह एक नेटवर्किंग साइट है। जो लोग अब भी संवाद के पारंपरिक साधनों के इस्तेमाल से संतुष्ट हैं और व्यक्तिगत तौर पर नए के प्रति कोई उत्सुकता नहीं पालते हैं।
उनके लिए इंटरनेट की दुनिया बहुत अजूबों से भरी हुई है, तो जाहिर है इससे परिचय भी नहीं ही होगा, लेकिन इंटरनेट के अस्तित्व में आने के साथ संवाद, संचार और अभिव्यक्ति के एक नए दौर ने आकार ग्रहण किया है, जिसे वेब 2.0 कहा जाने लगा है और इससे दूरी आपको नई दुनिया के साथ तालमेल बैठाने में मुश्किल पैदा कर सकती है, क्योंकि यह इस दौर में संवाद का एक सरल, सुलभ और सस्ता तरीका है।
इस दौर में इन माध्यमों पर खूब लिखा, पढ़ा और कहा जा रहा है। हम इसकी गुणवत्ता का सवाल न उठाएँ तो हमें लगेगा, संवाद और अभिव्यक्ति का एक नया माध्यम विकसित हुआ है। यह माध्यम न सिर्फ सुविधाजनक है बल्कि तेज भी है.... यहाँ खूब सारी अलग-अलग तरह की अभिव्यक्तियाँ हैं और उतनी ही संख्या में प्रतिक्रियाएँ भी हैं।
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जितनी तेज यहाँ की अभिव्यक्ति है, उतनी ही तेजी से यहाँ प्रतिक्रिया भी होती है। यह माध्यम है, डिजिटल टेक्नॉलॉजी... एसएमएस, ई-मेल्स, ब्लॉग, सोशल नेटवर्किंग साइट्स और सबसे आगे है ई-बुक...। यूँ ये सब संवाद के माध्यम हैं, फिर भी इन माध्यमों ने विचार और सृजन को जो आयाम दिए हैं, वह भविष्य के लिए उम्मीद जगाता है।
एसएमएस डिजिटल संवाद का सबसे अधिक प्रचलित माध्यम है। मोबाइल फोन सेवा की शुरुआत के साथ ही इसका चलन शुरू हुआ। यह दो मोबाइल फोन के बीच छोटे संदेशों का आदान-प्रदान है। एसएमएस टेक्स्ट मैसेजिंग दुनिया में सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला डिजिटल साहित्य है।
एक अनुमान के मुताबिक दुनिया भर में मोबाइल फोन का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं का 74 प्रतिशत इस सेवा का प्रयोग करता है। इसमें दो मोबाइल फोन नंबरों के बीच संदेश का आदान-प्रदान होता है। हाल के सालों में ई-मेल के माध्यम से भी एसएमएस की सुविधा मिलने लगी है।
इसकी विविधता देखिए- यहाँ शायरी, बधाई संदेश, चुटकुले, ब्यूटी टिप्स, घरेलू नुस्खे, धार्मिक टिप्स, समाचार, क्रिकेट का लाइव स्कोर से लेकर सूक्तियाँ और गंभीर विचार तक सब कुछ मिलता है। एक-दूसरों को त्योहार, जन्मदिन, उपलब्धि, शादी की सालगिरह की बधाई देने के साथ ही इनमें आकार लेते शब्दों का संसार भरा पड़ा है। इसमें विज्ञापन की तर्ज पर सीमित शब्दों में की जा रही अभिव्यक्ति बहुत सटीक और मारक होती है।