AI के एडवांसमेंट को गुगल बार्ड (BARD) तकनीक के जरिए एक कदम आगे ले जा रहा है। AI की वजह से आज के युग में हमने काफी तरक्की हासिल की है। चाहें डोक्टर्स को किसी बीमारी के बारे में पता लगाना हो या अपनी मातृ भाषा में जानकारी प्राप्त करना हो, AI ने आम नागरिकों, व्यवसायों एवं समुदायों आदि सभी का जीवन आसान बनाया है। एआइ के एडवान्समेंट ने आज लाखों-करोड़ों लोगों की जिंदगियों को सुधारा है।
कब होगा रिलीज : Google और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने बार्ड (BARD) AI टेक्नोलोजी के बारे में जानकारी देते हुए इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया हैं। उन्होंने बताया कि वे एक बड़े लैंग्वेज टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं। पिचाई ने सोमवार को एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि कंपनी यूजर्स का फीडबैक लेने के लिए बार्ड नामक एक कन्वर्सेशन एआई सर्विस को शुरू कर रही है। टेस्टिंग के बाद आने वाले हफ्तों में इसकी सार्वजनिक रिलीज होगी।
करीब दो साल पहले Google ने नेक्सट-जनरेशन लैंग्वेज लोडल फॉर डायलॉग एप्लीकेशंस (LaMDA) का अनावरण किया था। (LaMDA) की तकनीक को आगे ले जाते हुए वे एक एक्सपेरिमेंटल कनवरसेश्नल एआइ सर्विस पर काम कर रहे हैं जिसका नाम है बार्ड (BARD)। उन्होंने बताया कि इस तकनीक को भरोसेमंद टेस्टर्स द्वारा टेस्ट कर आने वाले कुछ हफ्तों में इसे आम जनता के लिए मुहैया करवा दिया जाएगा।