जबकि 10 में से एक स्कूल छात्रों को यह सुविधा मुहैया कराता है। इसके अलावा छात्रों को उनके होमवर्क को याद दिलाने के लिए ऑनलाइन संदेश भेजे जाते हैं। हालांकि, शिक्षकों ने बाद में इन उपकरणों के खिलाफ आवाज उठाई थी।
उनका कहना था कि इसके कारण कक्षाओं का माहौल बिगड़ता है। इस जांच के शीर्ष अधिकारी टॉम बेनेस ने कहा, 'पढ़ने में कड़ी मेहनत लगती है और ये बच्चे जानते हैं। इसलिए जब उनकी जेब में स्मार्टफोन आता है तो वे पढ़ने की बजाय मनोरंज में लग जाते हैं।(एजेंसी)