डिजिटल सामग्री के लिए भारतीय भाषाओं के बढ़ते इस्तेमाल से भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या इस वर्ष 90 करोड़ को पार कर जाएगी। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) और विपणन डेटा, अंतर्दृष्टि एवं परामर्श कंपनी कैंटर की इंटरनेट इन इंडिया रिपोर्ट-2024 के अनुसार, भारत में सक्रिय इंटरनेट यूजर्स की संख्या 2024 में 88.6 करोड़ तक पहुंच गई है, जो सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि है। एआई का बढ़ता उपयोग भारत में गेमचेंजर साबित होगा।
रिपोर्ट में इंटरनेट के इस्तेमाल को आकार देने में भारतीय भाषाओं की बढ़ती भूमिका पर जोर दिया गया है। इसमें कहा गया, करीब 98 प्रतिशत इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने भारतीय भाषाओं में सामग्री का इस्तेमाल किया। इनमें तमिल, तेलुगू और मलयालम अपनी व्यापक उपलब्धता के साथ सबसे लोकप्रिय भाषाएं बनकर उभरीं।
शहरी इंटरनेट उपयोगकर्ताओं में से आधे से अधिक (लगभग 57 प्रतिशत) क्षेत्रीय भाषाओं में सामग्री देखना पसंद करते हैं, जो विभिन्न मंचों पर स्थानीय भाषा की सामग्री की बढ़ती मांग को रेखांकित करता है। पिछले एक साल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक महत्वपूर्ण गेम चेंजर के रूप में उभरा है। 10 में से नौ इंटरनेट यूजर्स ने एम्बेडेड एआई क्षमताओं वाले ऐप्स का प्रयोग किया है। एआई को लेकर व्यापक स्वीकृति और उत्साह डिजिटल कंपनियों को भारत में अगली पीढ़ी के एआई फीचर पेश करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में डिजिटल मामले में स्त्री-पुरुष अंतर लगातार कम हो रहा है। देश में कुल इंटरनेट उपयोगकर्ताओं में से 47 प्रतिशत महिलाएं हैं, जो अबतक का सर्वाधिक आंकड़ा है। शहरी भारत गैर-पारंपरिक उपकरणों जैसे स्मार्ट टीवी तथा स्मार्ट स्पीकर को अपनाने में अग्रणी है, जो 2023 से 2024 के बीच 54 प्रतिशत बढ़ा है। इनपुट भाषा