पिछले महीनों में टेलीकॉम कंपनियों के टैरिफ प्लान (Mobile Tariff Plan) में बढ़ोतरी की है। टेलीकॉम कंपनियों की इस मनमानी का विरोध भी किया जा रहा है। इस बीच टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने शुक्रवार को मोबाइल रिचार्ज प्लान्स के रिव्यू के लिए कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। ट्राई के अनुसार बहुत सारे बुजुर्ग लोग सिर्फ कॉलिंग के लिए मोबाइल रखते हैं और उन्हें डाटा की कोई आवश्यकता नहीं होती है।
ट्राई ने कहा कि है 'ऐसा देखने को मिल रहा है कि बाजार में मौजूद बाजार में मौजूद ज्यादातर बंडल टैरिफ प्लान्स वॉयस, डेटा, SMS और OTT के सर्विस के मिले हुए ऑप्शन्स हैं, जो बड़ी संख्या में सब्सक्राइबर्स की जरूरत को पूरा नहीं करते हैं। वॉइस और SMS पैक को वापस लाने पर स्टेकहोल्डर्स से उनका विचार मांगा गया है। अगर आप मौजूदा रिचार्ज पोर्टफोलियो देखेंगे तो आपको ज्यादातर प्लान्स डेटा पर फोकस नजर आएंगे। यानी यूजर को डेटा की जरूरत हो या नहीं उन्हें ये खरीदना ही पड़ता है।
किया गया सर्वे : ट्राई के तत्वावधान में 'दूरसंचार सेवाओं के टैरिफ और संबंधित मुद्दों' के संबंध में एक उपभोक्ता सर्वे किया गया। इस सर्वे का मकसद कई मुद्दों पर परामर्श प्रक्रिया शुरू करना था, जैसे कि 'टैरिफ उपलब्धता का विकल्प' और 'वाउचर की वैधता'। इसके अतिरिक्त दूरसंचार उद्योग के अनुरोध पर विचार करते हुए 'वाउचर की कलर कोडिंग' और 'मूल्य वर्ग वाउचर' के मुद्दे को भी परामर्श के लिए पहचाना गया है। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma