सिंह ने कहा कि लगातार तीन साल से फाइल एन्क्रिप्शन दुनिया भर और भारत में उद्यमों और संगठनों के समक्ष शीर्ष समस्या रही है। साल 2017 में वानाक्राई जैसे बुनियादी रैंसमवेयर हमलों से हम रैनसमवेयर 3.0 के युग में पहुंच गए हैं, जहां लक्षित उपकरणों को सेवा से बाहर कर देना, आंकड़ों की दोबारा बिक्री और सार्वजनिक ब्लैकमेलिंग के रूप में तिहरा हमला देखते हैं।