एक बरसाती रात में किले के प्रत्येक द्वार पर शेख ने अपने शिष्यों को किसी प्रकार नियुक्त कर दिया। आधी ...
नित्याप्रकंपाद्भुत-केवलौघाः स्फुरन्मनः पर्यय-शुद्धबोधाः।
दिव्यावधिज्ञान-बलप्रबोधाः स्वस्ति क्रियासुः...
श्री वृषभो नः स्वस्ति, स्वस्ति श्रीअजितः।
श्री संभवः स्वस्ति, स्वस्ति श्रीअभिनंदनः।
श्री सुमतिः स्वस...
श्री मज्जिनेंद्रमभिवंद्य जगत्त्रयेशं,
स्याद्वाद-नायक-मनंत-चतुष्टयार्हम्।
श्री मूलसंघ-सुदृशां सुकृतै...
श्री जी मैं थाने पूजन आयो, मेरी अरज सुनो दीनानाथ!
श्री जी, मैं थाने पूजन आयो॥1॥
जल चन्दन अक्षत शुभ ...
उरवाई समूह पर 22 जैन मूर्तियाँ हैं। इनमें से 5 मूर्तियों पर सं. 1497 (सन् 1440) से सं. 1510 (सन् ...
यह स्थान उरवाई गेट से आगे डोडा गेट की तरह कोटेश्वर रोड पर है। यहाँ पर पाँच गुफाएँ हैं। इन गुफाओं का ...
केशवदास ने मध्यप्रदेश को देशों का मणि कहा है। इसके निवासियों के मुख में सुभाषा का वास बताया है। मध्...
सिद्ध क्षेत्र गोपालचल पर्वत भारत के हृदय राज्य मध्यप्रदेश के ग्वालियर संभाग के मुख्यालय ग्वालियर में...
महाभारत से पूर्व ग्वालियर नगर और क्षेत्र का प्राचीनतम नाम गोपराष्ट्र मिलता है। पहले यह गोपराष्ट्र चे...
ग्वालियर की प्रसिद्धता यहाँ बने हुए गोपाचल दुर्ग से है। इस दुर्ग के नाम से ही इसका नाम ग्वालियर कहला...
अनुग्रहार्थं स्वस्यातिसर्गो दानम्।
अनुग्रह के लिए अपनी वस्तु के त्याग करने का नाम है दान।
क्षेत्र और वास्तु के परिमाण का अतिक्रम- क्षेत्र यानी खेती लायक जमीन। वास्तु यानी रहने लायक मकान आदि।...