जम्मू संभाग के पुलिस महानिरीक्षक आईजी भीम सेन टूटी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि इन अभियानों के पीछे का मकसद आतंकियों को आगे बढ़ने से रोकना ही नहीं बल्कि उनके इरादों को पिछाड़ना भी है। जम्मू में पुलिस दिवस के अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए आईजी ने कहा कि उन्हें प्रतिदिन आतंकियों की मूवमेंट के बारे में सच्ची और झूठी सूचनाएं मिलती हैं। वे कहते थे कि एकाध नहीं बल्कि सौ सवा सौ की संख्या में मिलने वाली ऐसी सूचनाओं को कभी भी नजरअंदाज करने का जोखिम नहीं लिया जाता।
यही कारण था कि जम्मू संभाग के उन इलाकों में प्रतिदिन सौ-सवा सौ तलाशी अभियान छेड़े जाते हैं जहां आतंकियों के प्रति सूचनाएं आती हैं। उनका कहना था कि इन सूचनाओं में से मात्र दो से तीन परसेंट ही लाभकारी होती हैं जब आतंकियों से सामना हो जाता है या फिर उनका कोई ठिकाना मिल जाता है या फिर कोई मददगार। उनका कहना था कि ऐसी सूचनाओं की पुष्टि करने का समय नहीं होता जिस कारण प्रतिदिन सैंकड़ों जवानों को अन्य सुरक्षाबलों के साथ मिलकर तलाशी अभियान छेड़ने पड़ते हैं।
हालांकि उनका यह भी मानना था कि पिछले करीब दो सालों से अब विदेशी आतंकवादियों का रूख जम्मू संभाग की ओर है और वे जम्मू संभाग में ही सुरक्षाबलों तथा नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। उनका दावा था कि विदेशी आतंकियों को उनके इरादों में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल वे इसके प्रति कुछ नहीं बोलते थे कि कितने विदेशी आतंकी जम्मू संभाग में सक्रिय हैं।