Jharkhand elections 2024 : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय जांच एजेंसियों पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वे मुर्गी चोरी जैसी घटनाओं की जांच करने में व्यस्त हैं जबकि उत्तर प्रदेश में हुए पेपर लीक के मामलों को भाजपा के इशारे पर वे छू भी नहीं रही है। सोरेन ने आरोप लगाया कि जिन राज्यों में भाजपा का शासन है वहां हुए पेपर लीक के मामलों में भाजपा का ही हाथ हैं। पार्टी इससे मिले धन का इस्तेमाल अपने चुनाव-प्रचार अभियान के लिए कर रही है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि झारखंड चुनाव में जो आप भाजपा के ताम-झाम देख रहे हैं वह सब सिर्फ और सिर्फ पेपर लीक के पैसों की वजह से है... ईडी, सीबीआई, एनआईए जो आज कल मुर्गी चोरी की भी जांच करने लगी है वह कभी भी पेपर लीक के मामलों की जांच क्यों नहीं करती है? इसलिए, क्योंकि भाजपा ही पर्चे लीक करवाती है और उस पैसे से वह चुनाव के बाद विधायक/सांसद खरीदती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा शासित सभी राज्यों में पेपर लीक होते गए। मध्यप्रदेश में तो व्यापमं ने ना जाने कितने बेगुनाहों की जान ले ली। झारखंड में एक परीक्षा लीक हुई, तो हमने तुरंत देश का सबसे कड़ा क़ानून बनाया, लेकिन भाजपा इसे काला कानून करार देते हुए राजभवन चली गई।
उन्होंने कहा कि झारखंड में एक परीक्षा लीक हुई, हमने तुरंत देश का सबसे कड़ा क़ानून बनाया। किसने विरोध किया, भाजपा ने। बाबूलाल मरांडी उसे काला कानून बता राज भवन गए, बाद में हुबहू वही कानून केंद्र ने अपना लिया।