सिद्धारमैया v/s डीके शिवकुमार : कौन बनेगा कर्नाटक का मुख्यमंत्री? कांग्रेस विधायक दल ने कांग्रेस अध्यक्ष खरगे पर छोड़ा फैसला

रविवार, 14 मई 2023 (23:27 IST)
बेंगलुरु। karnataka next cm Suspense Ends : : कर्नाटक विधानसभा चुनाव (karnataka assembly election) के बाद राज्‍य का अगला मुख्यमंत्री (Chief Minister) कौन होगा, इसे लेकर चल रही अटकलों का दौर 1-2 दिनों में थम सकता है। बेंगलुरु में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में यह फैसला हुआ है कि पार्टी अध्‍यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ही राज्‍य के नए मुख्यमंत्री का नाम तय करेंगे।    

 समर्थकों की नारेबाजी : बेंगलुरु के जिस होटल में विधायक दल की बैठक हुई है, उसके बाहर सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी भी की है। कर्नाटक के मुख्ययमंत्री की रेस में सबसे बड़े दावेदार सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ही हैं। सिद्धारमैया और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार दिल्ली में खरगे से मुलाकात करेंगे।

सिद्धारमैया ने पेश किया प्रस्ताव : कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की रविवार शाम यहां एक निजी होटल में हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष को विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार दिया गया, जो कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनेगा। यह प्रस्ताव सिद्धरमैया ने पेश किया। बैठक में पारित एक पंक्ति के प्रस्ताव में कहा गया कि कांग्रेस विधायक दल सर्वसम्मति से प्रस्ताव करता है कि कांग्रेस अध्यक्ष को पार्टी विधायक दल का नया नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया जाता है। 
 
तीन पर्यवेक्षकों ने लिया हिस्सा : सीएलपी बैठक में कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल और तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने भी हिस्सा लिया। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार दोनों ही मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं।
 
गेंद खरगे के पाले में : अब गेंद कांग्रेस अध्यक्ष के पाले में है और दोनों वरिष्ठ नेता -सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार- मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंच सकते हैं। दोनों नेताओं के कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा खरगे से मुलाकात करने की संभावना है।
 
इससे पहले कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल के साथ निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार के साथ बैठक की।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।
पर्यवेक्षकों से मिलेंगे विधायक : सीएलपी बैठक के बाद कर्नाटक के कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि विधायक आज रात को केंद्रीय पर्यवेक्षकों से मिलेंगे और विधायक दल के नेता को नियुक्त करने के फैसले के संबंध में पार्टी अध्यक्ष को उनके निर्णय से अवगत कराया जाएगा। वेणुगोपाल ने कहा सभी विधायकों की राय लेने की यह प्रक्रिया आज रात ही पूरी हो जाएगी। 
 
चुनाव पूर्व कर्नाटक की जनता को दी गई पांच ‘गारंटी’ को लागू करने का वादा करते हुए विधायक दल ने एक और प्रस्ताव पारित किया, जिसे शिवकुमार ने पेश किया था।
प्रस्ताव में प्रचंड जीत के लिए कर्नाटक की जनता का आभार भी जताया गया। कांग्रेस विधायक दल ने कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और राज्य के नेताओं की चुनाव में उनके प्रयासों के लिए सराहना की और धन्यवाद दिया।
 
क्या है पांच गारंटी योजना :  कांग्रेस ने कर्नाटक में सत्ता में आने के पहले दिन ‘पांच गारंटी’ लागू करने का वादा किया है। इन वादों में सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता, गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवार (अन्न भाग्य) के प्रत्येक सदस्य को 10 किलोग्राम चावल मुफ्त, बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (शक्ति) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल हैं।  Edited By : Sudhir Sharma

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