पंछी गीत सुनाते हैं नया सबेरा लाते हैं गौरैया, कोयल, प्रिय तोते। सहज लगाते नभ में गोते।। वे इठला...
मेरे घर का गंदा पानी, कहीं-नहीं रुक पाता है। वातावारण साफ सुथरा है, हरे-पेड़ झूमा करते। मेरे पापा...
गाँव सलोने प्यारे-प्यारे प्रकृति के वरदान। बदल गए हैं अर्थ यहाँ के होते नव-निर्माण।। घास-पूस की ...
उम्र बयासी हिम्मत वाले, दादाजी हैं बड़े निराले बात-बात पे टोका-टाकी, बातें उनकी सीधी-सादी नाती-पोते ...
हे शिक्षक तुम्हें नमन महान हो तुम, गुणवान हो तुम, ज्ञान की सदा से खान हो तुम। जल से निर्मल, पुष्प स...
हे शिक्षक तुम्हें नमन महान हो तुम, गुणवान हो तुम, ज्ञान की सदा से खान हो तुम। जल से निर्मल, पुष्...
सारे जगत में आजादी का, बिगुल बजाना आता है। भारत माता के बेटों को, फर्ज निभाना आता है।
देश, मेरे देश, तेरा फूल जैसा नाम। याद करते हैं तुझे हम, सुबह दुपहर शाम।
हिन्दी में एक चर्चित पुस्तक है 'मधुशाला' जिसे रचा स्मरणीय कवि हरिवंशराय बच्चन ने। इनका जन्म 27 नवंब...
आया है माह जुलाई का, गर्मी की छुट्‍टी बीत गई होती है अब हर बात नई खुल गए हमारे विद्यालय ...
एक नहीं, दो नहीं, बल्कि तीन चूहे दिखने में थे बड़े ही हसीन चूहे बनठन के निकले एक दिन तीनों घर से ती...
म्याऊँ-म्याऊँ, म्याऊँ-म्याऊँ किसे खाऊँ, किसे खाऊँ एक तरफ है दूध मलाई एक तरफ से चुहिया आई ...
वर्षा के मौसम में नभ में सजता इंद्रधनुष। फूलों की माला सतरंगी लगता इंद्रधनुष।।
काले काले छाए घन, भर गया है नील गगन। टप-टप टपकी बूँदें ठंडी, इंद्रधनुष का आगमन।
आसमान में यही देखने छत पर आ जाता हूँ चंदा चाचा को मैं जैसे पास खड़े पाता हूँ
बेटा पढ़। आगे पढ़। बेटी तू भी पढ़। सुंदर भविष्य गढ़।। समय है मूल्यवान। अच्छे कामों पर दे ध्यान।। बना...