×
SEARCH
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र
झारखंड
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
शेड्यूल
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
समाचार
बॉलीवुड
विधानसभा चुनाव
धर्म-संसार
लाइफ स्टाइल
ज्योतिष
क्रिकेट
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Makar Sankranti Poem : कटती डोर, दुखता मन
संजय वर्मा 'दृष्टि'
मैं पतंग हूं Main Patang Hun
आकाश में उड़तीं
रंग-बिरंगी पतंगें
करती न कभी
किसी से भेदभाव।
जब उड़ नहीं पाती
किसी की पतंगें तो
देते मौन हवाओं को
अकारणभरा दोष।
मायूस होकर
बदल देते दूसरी पतंग
भरोसा कहां रह गया?
पतंग क्या चीज
बस हवा के भरोसे।
जिंदगी हो इंसान की
आकाश और जमीन के
अंतराल को पतंग से
अभिमानभरी निगाहों से
नापता इंसान।
और खेलता होड़ के
दांव-पेज धागों से
कटती डोर दुखता मन।
पतंग किससे कहे
उलझे हुए
जिंदगी के धागे सुलझने में
उम्र बीत जाती
निगाहें कमजोर हो जाती।
कटी पतंग
लेती फिर से इम्तिहान
जो कट के
आ जाती पास हौसला देने।
हवा और तुमसे ही
मैं रहती जीवित
उड़ाओ मुझे?
मैं पतंग हूं उड़ना जानती
तुम्हारे कांपते हाथों से
नई उमंग के साथ
तुमने मुझे
आशाओं की डोर से बांध रखा।
दुनिया को ऊंचाइयों का
अंतर बताने उड़ रही हूं
खुले आकाश में
क्योंकि एक पतंग जो हूं
जो कभी भी कट सकती
तुम्हारे हौसला खोने पर।
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
सम्बंधित जानकारी
Happy New Year Poem: छोड़ दो गम की निशानी
हैप्पी न्यू ईयर पर कविता : नए साल का इंतजार
हिन्दी कविता: करें तिरंगे की पूजा
फनी कविता : बुलडोजर आता है
बाल कविता : बचपन ऐसा ही होता है...
जरुर पढ़ें
इन 3 कारणों से मुंह में उंगली डालता है बच्चा, भूख के अलावा और भी हो सकते हैं कारण
स्ट्रेस फ्री रहने के लिए बस ये काम करना है ज़रूरी
क्या आप भी सलाद में खीरा और टमाटर एक साथ खाते हैं? जानिए ऐसा करना सही है या गलत?
एग्जाम में अच्छे नंबर लाने के लिए बच्चों को जरूर सिखाएं ये बातें
जन्म के बाद गोरे बच्चे का रंग क्यों दिखने लगता है काला?
नवीनतम
Rani Laxmibai : रानी लक्ष्मीबाई की वीरता की कहानी, जानें 6 अनसुनी बातें
19 नवंबर जयंती विशेष : इंदिरा गांधी कौन थीं? जानें 8 खास बातें
क्या विंटर्स में भी ज़रूरी है सनस्क्रीन? सर्दियों में सन प्रोटेक्शन ना लगाने से क्या हो सकता है स्किन को नुकसान
चलती गाड़ी में क्यों आती है नींद? जानें इसके पीछे क्या है वैज्ञानिक कारण
मजेदार बाल कविता : अभी बताओ राम गोपाल
ऐप में देखें
x