भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव बलिदान दिवस
- शिवकुमार गोयल
वर्ष 1967 की बात है। गांधीजी के प्रमुख शिष्य आचार्य विनोबा भावे उन दिनों आचार्यों के एक समारोह में भाग लेने मुंगेर (बिहार) आए हुए थे। मुंगेर के उत्साही राष्ट्रभक्तों ने शहीद-ए-आजम सरदार भगतसिंह की प्रतिमा एक सार्वजनिक स्थल पर स्थापित करने की तैयारी की हुई थी।