फैशन और खासतौर से आभूषणों का महिलाओं की जिंदगी में बेहद अहम रोल है। यूं तो अब पुरुष भी इस मामले में किसी से कम नहीं हैं। फैशनेबल कपड़ों और अन्य एसेसरीज की जितनी ज्यादा अहमियत आजकल हमारे जीवन में है, उतनी ही अहमियत डिजाइनर ज्वेलरी की भी है।
आज बाजार में न सिर्फ सोने के पारंपरिक गहने मौजूद हैं, बल्कि हीरे, प्लैटिनम, व्हाइट गोल्ड, कुंदन, पोलकी आदि के आभूषण भी महिलाओं के मन को खूब लुभाते हैं। इनमें भी आजकल नए से नए ट्रेंड बाजार में आ रहे हैं। यही वजह है कि इन दिनों ज्वेलरी डिजाइनिंग के क्षेत्र में भी करियर की अपार संभावनाएं हैं।
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वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने के सबसे अधिक आयात और निर्यात के साथ भारत विश्व का सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है। सोने की इस लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए देश में तमाम संस्थानों में ज्वेलरी डिजाइनिंग और जैमोलॉजी जैसे कोर्सेज शुरू किए गए हैं जिनमें छात्र अपना करियर बना रहे हैं।
छात्रों को नई दिशा और करियर बनाने का असवर देने के अलावा ये कोर्स हमें आभूषणों के नए ट्रेंड से भी रूबरू कराते रहते हैं। इस कोर्स के अंतर्गत ज्वेलरी मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट से जुड़ी हर आधारभूत जानकारी छात्र को दी जाती है।
इस क्षेत्र से जुड़े कई डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और एडवांस डिप्लोमा कोर्सेस हैं।
कुछ नामी इंस्टिट्यूट्स में तो कंप्यूटर की सहायता से भी ज्वेलरी डिजाइनिंग की शिक्षा दी जाती है। कुछ कोर्स के लिए कम से कम स्नातक होना आवश्यक है और कुछ शॉर्ट टर्म या कम अवधि वाले कोर्स सीधे बारहवीं के बाद भी किए जा सकते हैं।
यदि आप रचनात्मक हैं, कलर मैचिंग की परख रखते हैं, सेमी प्रिशियस और प्रिशियस स्टोंस की समझ है, फैशन और लेटेस्ट स्टाइल को समझते और जानते हैं, और आधुनिक तकनीक व मशीनों के बीच काम कर सकते हैं तो इस क्षेत्र में आपका स्वागत है।
PTI
ज्वेलरी डिजाइनिंग के कुछ प्रमुख संस्थानः जैमोलॉजी इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, मुंबई