ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि ‘हाइपरथर्मिया थैरेपी’ नाम की एक नई तकनीक के इस्तेमाल से कैंसर को खत्म किया जा सकता है। यह तकनीक चुंबकीय तरंगों को ट्यूमर कोशिकाओं को गर्म करने में उस वक्त तक इस्तेमाल करता है जब तक की वे मृत न हो जाएँ।
लंदन के यूनिवर्सिटी कॉलेज की अगुवाई में एक दल ने पाया कि यह तकनीक कैंसर कोशिकाओं को आयरन ऑक्साइड के सूक्ष्म कणों के साथ घेरने में इस्तेमाल की जा सकती है जो चुंबकीय क्षेत्र में रहने के दौरान कंपित होता है और इससे कोशिकाओं में उष्मा पैदा होती है।
‘द डेली टेलीग्राफ’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक चूहों पर किए गए परीक्षणों से पता चला है कि इससे शरीर के तापमान से छह डिग्री अधिक तक ट्यूमर कोशिकाओं का तापमान बढ़ सकता है। यह उस वक्त संभव होता है जब कैंसर कोशिकाएँ मृत होना शुरू होती हैं। (भाषा)