कश की आदत से पुरुष ही नहीं महिलाएं भी रहती हैं परेशान। इस बात की जानकारी तो पहले से थी कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को धूम्रपान छोड़ने में अधिक मुश्किल होती है, लेकिन अब एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनका मस्तिष्क निकोटीन के प्रति काफी अलग प्रतिक्रिया करता है।
ऐसा माना जाता है कि जब एक व्यक्ति धूम्रपान करता है तो उसके मस्तिष्क में मौजूद ऐसे कई निकोटीन रिसेप्टर्स की संख्या बढ़ जाती है जो निकोटीन के लिए बाध्य करते हुए धूम्रपान की आदत को और बढ़ाते हैं।
अमेरिका में याले यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसीन के अनुसंधानकर्ताओं ने यह पाया कि पुरुषों में यह सही है क्योंकि धूम्रपान नहीं करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वाले पुरुषों में अधिक निकोटीन रिसेप्टर होते हैं।
आश्चर्यजनक रूप से अनुसंधानकर्ताओं ने यह पाया कि धूम्रपान करने वाली महिलाओं में धूम्रपान नहीं करने वालों जितने ही निकोटीन रिसेप्टर होते हैं। (भाषा)