क्या पूरा होने वाला है अंतरिक्ष की सैर का सपना, जानिए स्पेस टूरिज्म का भविष्य

WD Feature Desk

गुरुवार, 17 अप्रैल 2025 (15:12 IST)
space tourism : कभी विज्ञान कथाओं में देखा जाने वाला अंतरिक्ष पर्यटन अब वास्तविकता के करीब है। अभी कुछ दिनों पहले ही केटी पेरी समेत 6 महिलाएं अंतरिक्ष की यात्रा करके वापस आई हैं। इसके बाद ये जिज्ञासा लाजमी है कि क्या आने वाले समय में अंतरिक्ष की सैर का सपना सच हो सकता है। कई महत्वाकांक्षी कंपनियां इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही हैं, जो आम लोगों के लिए अंतरिक्ष और दूसरे ग्रहों की यात्रा को संभव बनाने की दिशा में काम कर रही हैं। अनुमान है कि 2032 तक वैश्विक स्पेस टूरिज्म बाजार का आकार 1.47 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा, जो इस उद्योग की अपार संभावनाओं को दर्शाता है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी प्रमुख कंपनियां इस रोमांचक भविष्य को साकार करने में जुटी हैं।
 
स्पेस टूरिज्म उद्योग में शामिल प्रमुख कंपनियां:
कई नवोन्मेषी कंपनियां स्पेस टूरिज्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं:
•          ब्लू ओरिजिन (Blue Origin): जेफ बेजोस की यह कंपनी रियूजेबल रॉकेट और स्पेस कैप्सूल विकसित कर रही है। इनका 'न्यू शेपर्ड' रॉकेट पर्यटकों को पृथ्वी की कक्षा से ऊपर ले जाकर कुछ मिनटों के लिए भारहीनता का अनुभव कराएगा।

•          वर्जिन गैलेक्टिक (Virgin Galactic): रिचर्ड ब्रैनसन की यह कंपनी सबऑर्बिटल स्पेसफ्लाइट्स की पेशकश करती है। इनका स्पेसशिप 'यूनिटी' एक कैरियर एयरक्राफ्ट द्वारा ऊंचाई तक ले जाया जाता है, जिसके बाद यह अपने रॉकेट इंजन को फायर करके अंतरिक्ष की सीमा तक पहुंचता है।

•          स्पेसएक्स (SpaceX): एलन मस्क की यह कंपनी न केवल सैटेलाइट लॉन्च और कार्गो मिशन में अग्रणी है, बल्कि यह लंबी अवधि के अंतरिक्ष पर्यटन पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। इनका 'स्टारशिप' यान चंद्रमा और मंगल ग्रह तक मानव को ले जाने की क्षमता रखता है।

•          एक्सिओम स्पेस (Axiom Space): यह कंपनी अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर निजी मॉड्यूल बना रही है और भविष्य में पूरी तरह से वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना बना रही है। एक्सिओम स्पेस पर्यटकों के लिए ISS की यात्राएं आयोजित करने की भी तैयारी कर रही है। एक अनुमान के अनुसार भारतीय एस्ट्रोनॉट इसी से मई में स्पेस स्टेशन जाएंगे।

•          बोइंग (Boeing): एयरोस्पेस की दिग्गज कंपनी बोइंग भी नासा के साथ मिलकर काम कर रही है और भविष्य में अंतरिक्ष पर्यटकों को ISS तक ले जाने की क्षमता विकसित कर रही है।

•          ज़ीरो ग्रेविटी कॉर्पोरेशन (Zero Gravity Corporation): यह कंपनी विशेष रूप से मॉडिफाइड बोइंग 727 विमानों का उपयोग करके भारहीनता का अनुभव कराती है। हालांकि यह पूर्ण अंतरिक्ष यात्रा नहीं है, लेकिन यह अंतरिक्ष में भारहीनता का अनुभव करने का एक अनूठा तरीका प्रदान करती है।

•          स्पेस एडवेंचर्स (Space Adventures): यह कंपनी पहले ही कई निजी नागरिकों को रूसी सोयुज रॉकेट के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचा चुकी है और भविष्य में भी इस तरह की यात्राएं आयोजित करने की योजना बना रही है।

•          स्पेस परसपेक्टिव (Space Perspective): यह कंपनी पर्यटकों को पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपरी स्तर तक ले जाने की योजना बना रही है, जहां से वे पृथ्वी का शानदार दृश्य देख सकेंगे।

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स्पेस टूरिज्म की चुनौतियां:
स्पेस टूरिज्म उद्योग में अपार संभावनाएं हैं, लेकिन इसके सामने कई महत्वपूर्ण चुनौतियां भी हैं:
•          उच्च लागत: वर्तमान में अंतरिक्ष यात्राएं बहुत महंगी हैं, जो इसे आम लोगों की पहुंच से दूर रखती हैं। लागत को कम करना इस उद्योग के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
•          सुरक्षा: अंतरिक्ष यात्रा में जोखिम शामिल हैं और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है। विश्वसनीय और सुरक्षित यान और उड़ान प्रक्रियाएं विकसित करना आवश्यक है।
•          नियामक ढांचा: स्पेस टूरिज्म के लिए एक स्पष्ट और सुसंगत नियामक ढांचे का विकास करना आवश्यक है ताकि सुरक्षा और संचालन को सुनिश्चित किया जा सके।
•          पर्यावरण प्रभाव: रॉकेट लॉन्च और अंतरिक्ष यान के संचालन का पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन और उसे कम करने के उपाय करना महत्वपूर्ण है।
•          प्रशिक्षण और चिकित्सा आवश्यकताएं: अंतरिक्ष यात्रियों को विशेष प्रशिक्षण और चिकित्सा मूल्यांकन की आवश्यकता होती है। पर्यटकों के लिए उचित प्रशिक्षण और चिकित्सा प्रोटोकॉल विकसित करना होगा।

भविष्य की संभावनाएं:
इन चुनौतियों के बावजूद, स्पेस टूरिज्म का भविष्य उज्जवल दिखाई देता है। तकनीकी प्रगति, रियूजेबल रॉकेट का विकास और प्रतिस्पर्धा बढ़ने से भविष्य में लागत कम होने की उम्मीद है। आने वाले वर्षों में, हम सबऑर्बिटल उड़ानें, ऑर्बिटल स्टे, चंद्रमा की परिक्रमा और यहां तक कि अन्य ग्रहों की यात्राएं भी देख सकते हैं। स्पेस टूरिज्म न केवल एक रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि यह अंतरिक्ष अनुसंधान और अन्वेषण को भी बढ़ावा देगा। यह एक नया उद्योग है जो नवाचार, विज्ञान और मानव जिज्ञासा को एक साथ लाता है और भविष्य में हमारी दुनिया को बदल कर रख देगा।

 

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