लाल किताब के अनुसार 34 वर्ष से 36 वर्ष की उम्र तक बुध का प्रभाव रहता है और 36 वर्ष से 42 वर्ष की उम्र तक शनि का प्रभाव रहता है। बुध का संबंध जहां व्यापार और नौकरी से रहता है वहीं शनि का संबंध आपके जीवन की अन्य कई महत्वपूर्ण बातों से रहता है। यदि आपकी कुंडली में इनमें से कोई भी ग्रह खराब हो रहा है तो सावधान रहने की जरूरत है। यही उम्र आपके में स्थायित्व लाती है। यदि आप निम्नलिखित उपाय करते हैं तो इस वर्ष आप मनचाही सफलता अर्जित कर सकते हैं।
बुध के लिए उपाय:-
1.कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें हरे रंग की चुनरी दें।
2.बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं और साबूत हरे मूंग का दान करें।
3.दुर्गा की भक्ति पूजा करें और बेटी, बहन, बुआ और साली से संबंध अच्छे रखें।
4.झूठ न बोलें और किसी भी प्रकार का व्यसन न करें। जुबान को बस में रखें।
1.कौवे को प्रतिदिन रोटी खिलावें।
2.प्रति शनिवार को छाया दान करें।
3.शराब न पीएं और भगवान भैरव की उपासना करें।
4.दांत साफ रखें और अंधे, अपंगों, सेवकों और सफाइकर्मियों से अच्छा व्यवहार रखें।
5.शनि खराब है तो तिल, उड़द, लोहा, तेल, काला वस्त्र और जूता दान करें। अच्छा हो तो न करें।