ज्योतिष में चांदी का संबंध चंद्रमा और शुक्र से है। चांदी शरीर के जल तत्व और कफ को नियंत्रित करती है। चांदी के प्रयोग से मन मजबूत और दिमाग तेज होता है। साथ ही चांदी के प्रयोग से चंद्रमा की समस्याओं को शांत किया जा सकता है। लाल किताब में चांदी के कई प्रयोग बताए गए हैं। यहां जानें चांदी के गिलास के प्रयोग का चमत्कारिक लाभ। जिन लोगों को भावनात्मक परेशानियां ज्यादा हैं, वो चांदी का प्रयोग सावधानी से करें।
चांदी के बर्तन : चांदी के बर्तन जिस घर में होते हैं वहां सुख, वैभव और संपन्नता आती है। अत: घर में पीतल, तांबा और चांदी के ही बर्तन होना चाहिए। लोहे, प्लास्टिक या स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
2.चांदी के चम्मच से शहद खाने से शरीर विषमुक्त होता है।
3 एकादश भाव में स्थित राहु तथा पंचम भाव में विराजमान केतु हेतु चांदी के गिलास में पानी पीएं।
4.यदि संभव हो तो हमेशा चांदी के बर्तन में पानी पीएं। चांदी बर्तन ना हो तो गिलास में पानी भरें और उसमें चांदी की अंगुठी डालकर पानी पीएं। यह प्राचीन, सरल और बहुत चमत्कारी तांत्रिक उपाय है। इससे धन संबंधी मामलों में राहत मिलती है।