राहु ग्रह न होकर ग्रह की छाया है, हमारी धरती की छाया या धरती पर पड़ने वाली छाया। छाया का हमारे जीवन में बहुत असर होता है।
कहते हैं कि रोज पीपल की छाया में सोने वाले को किसी भी प्रकार का रोग नहीं होता लेकिन यदि बबूल की छाया में सोते रहें तो दमा या चर्म रोग हो सकता है। इसी तरह ग्रहों की छाया का हमारे जीवन में असर होता है।
राहु ग्रह हमारी बुद्धि का कारण है, लेकिन जो ज्ञान हमारी बुद्धि के बावजूद पैदा होता है उसका कारण राहु है। लाल किताब के अनुसार कुंडली में राहु के दोषपूर्ण या खराब होने की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया गया है। यहां जानिए संक्षिप्त जानकारी।
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कैसे होता राहु खराब? :
* गुरु या धर्म का अपमान करना। * काल्पनिक बातों में रुचि लेना। * तांत्रिक कर्म करना या गड़े धन की इच्छा रखना। * शराब पीना और पराई स्त्री से संबंध रखना। * झूठ बोलना और धोखा देना। * किचन छोड़कर अन्य जगह भोजन करना। * कटु वचन बोलते रहना। * ब्याज का धंधा करना। * निरंतर तामसिक भोजन करते रहना।
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राहु खराब होने के निशान :
* ससुर, साले या साली से झगड़ा हो जाएगा। * सोचने की ताकत कम हो जाएगी। * जीवन में डर और शत्रु बढ़ जाएंगे। * स्वयं को लेकर गलतफहमी रहेगी। * आपसी तालमेल में कमी होगी। * बात-बात पर आपा खो देंगे। * वाहन दुर्घटना, पुलिस केस या पत्नी से झगड़ा। * आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव। * मक्कार, नीच, चालबाज और जालिम व्यक्ति होगा। * व्यक्ति बेईमान या धोखेबाज होगा। * ऐसे व्यक्ति की तरक्की की शर्त नहीं। * राहु का खराब होना अर्थात दिमाग की खराबियां होंगी। * व्यर्थ के दुश्मन पैदा होंगे, सिर में चोट लग सकती है। * व्यक्ति मद्यपान या संभोग में ज्यादा रत रह सकता है। * गैरजिम्मेदारी और लापरवाही राहु के खराब होने की निशानी है।
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राहु शुभ है तो :
व्यक्ति दौलतमंद होगा। कल्पना शक्ति तेज होगी। रहस्यमय या धार्मिक बातों में रुचि लेगा। राहु के अच्छा होने से व्यक्ति में श्रेष्ठ साहित्यकार, दार्शनिक, वैज्ञानिक या फिर रहस्यमय विद्याओं के गुणों का विकास होता है। इसका दूसरा पक्ष यह कि इसके अच्छा होने से राजयोग भी फलित हो सकता है। आमतौर पर पुलिस या प्रशासन में इसके लोग ज्यादा होते हैं।
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राहु की बीमारी :
* गैस प्रॉब्लम। * बाल झड़ना * उदर रोग। * बवासीर। * पागलपन। * राजयक्ष्मा रोग। * निरंतर मानसिक तनाव बना रहेगा। * नाखून अपने आप ही टूटने लगते हैं। * मस्तिष्क में पीड़ा और दर्द बना रहता है। * राहु व्यक्ति को पागलखाने, दवाखाने या जेलखाने भेज सकता है। * राहु अचानक से भी कोई बड़ी बीमारी पैदा कर देता है और व्यक्ति मृत्यु को प्राप्त हो जाता है।
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राहु को सुधारने के तरीके :
* हनुमान या सरस्वती की पूजा करें। * बजरंग बाण या हनुमान चालीसा का पाठ प्रतिदिन करें। * ससुराल पक्ष से अच्छे संबंध रखें। * सिर में चोटी वाले स्थान पर बाल बांधकर रखें। * गोमेद धारण करें। * तिल, जौ किसी हनुमान मंदिर में दान करें। * जौ या अनाज को दूध में धोकर बहते पानी में बहाएं। * कोयले को पानी में बहाएं। * मूली दान में दें। * मेहतर को शराब, मांस दान में दें। * सोते समय सिर के पास किसी पत्र में जल भरकर रखें और सुबह किसी पेड़ में डाल दें। यह प्रयोग 43 दिन करें।
नोट : इनमें से कुछ उपाय विपरीत फल देने वाले भी हो सकते हैं। कुंडली की पूरी जांच किए बगैर उपाय नहीं करना चाहिए। किसी लाल किताब के विशेषज्ञ को कुंडली दिखाकर ही ये उपाय करें। - AJ