कैसा होगा जातक : यह घर बुध और केतु का माना गया है जो एक दूसरे के शत्रु हैं लेकिन शुक्र दोनों का मित्र है। इस घर में शुक्र नीच का होता है लेकिन पत्नी को खुश रखने से बुरा असर नहीं होता है। इस खाने में स्थित शुक्र शत्रुता बढ़ाता है। यदि छटवें खाने में शुक्र है तो ऐसा व्यक्ति यदि अपनी शिक्षा के अनुसार काम के अलावा कोई अजीब-सा कार्य करें तो धन-दौलत में बरकत होगी। शुक्र छठे का जातक कुसंगत के कारण गलत कार्यों में धन व्यव करता है। इसीके चलते ऐसा जातक स्त्री सुखहीन, दुराचार, बहुमूत्र रोगी, दुखी तथा गुप्त होता है। जातक की पत्नी को पुरुषों के जैसे कपड़े नहीं पहनने चाहिए और न ही पुरुषों के जैसे बाल रखने चाहिए अन्यथा गरीबी बढ़ती है। ऐसे जातक को उसी से विवाह करना चाहिए जिसके भाई हों।
2. साफ-सफाई का ध्यान रखें।
3. गाय को हरा चारा खिलाते रहें।
4. माता लक्ष्मी के मंदिर में शुक्रवार को कमल का फूल अर्पित करें। हो सकते तो शुक्रवार कर व्रत रखें।