2.आदित्यहृदय स्तोत्र का नियमित पाठ करें
3.सूर्य को जल चढ़ाएं अर्थात अर्घ्य दें।
4.एकादशी और रविवार का व्रत रखें।
5.गेहूं, गुड़ व तांबे का दान दें।
सूर्य कमजोर हो तो करें ये 5 उपाय
1. भगवान विष्णु की उपासना। रविवार का व्रत रखना।
5. घर का वास्तुदोष ठीक करें।
ज्योतिष अनुसार सूर्य का परिचय : देवता : विष्णु, गोत्र : कश्यप, दिशा : पूर्व, सारथी : अरुण, वार : रविवार, भाव: पांचवां, स्वभाव : उग्र, धातु : सोना और तांबा, रत्न : माणिक्य, वृक्ष : तेजफल का वृक्ष, विशेषता : बहादुर राजा, शक्ति : आग का भंडार, वर्ण-जाति : लाल, क्षत्रिय, वाहन : सात घोड़ों वाला स्वर्ण रथ, गुण : आग, गुस्सा, विवेक,विद्या, अंग : दिमाग समेत शरीर का दायाँ भाग, पशु : बंदर, पहाड़ी गाय, कपिला गाय, राशि भ्रमण : प्रत्येक राशि में 30 दिन, नक्षत्र : कृतिका, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, बल : सूर्य के साथ यदि शनि हो तो और शक्तिशाली, राशि : सिंह राशि के स्वामी सूर्य के चंद्र, गुरु और मंगल मित्र हैं। शुक्र, राहु और शनि इसके शस्त्रु है। बुध और केतु मध्यम। मेष में उच्च और तुला में नीच के माने गए हैं। सूर्य का बलवान होता सभी तरह के अनिष्टों को नष्ट कर देता है। अन्य नाम : रवि, दिनकर, दिवाकर, भानु, भास्कर, प्रभाकर, सविता, दिनमणि, आदित्य, अनंत, मार्तंड, अर्क, पतंग और विवस्वान।
लाल किताब के अनुसार मसनुई ग्रह : कुंडली में शुक्र और बुद्ध एक ही जगह है तो वे सूर्य है। सूर्य गुरु के साथ है तो चंद्र है। सूर्य बुध के साथ है तो मंगल नेक है। सूर्य शनि के साथ है तो मंगल बद राहु होगा। ग्रहों में चन्द्र (ठंडक-सर्दी), मंगल (लाली) और बुध (खाली घेरा) सूर्य के आवश्यक अंग है। इन ग्रहों का सूर्य के साथ होना शुभ है। पहले घर को जगाने के लिए मंगल का उपाय और पांचवें के लिए सूर्य का उपाय करना चाहिए। सूर्य के साथ राहु-केतु आ जाने पर ग्रहण माना जाएगा। उपरोक्त के उपाय करें।