नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का केंद्रीय न्यासी बोर्ड सोमवार को वित्त वर्ष 2012-13 के लिए अपने करीब पांच करोड़ अंशधारकों के भविष्य निधि जमाओं पर 8.5 प्रतिशत ब्याज देने का निर्णय कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो यह पिछले वित्त वर्ष में दिए गए 8.25 प्रतिशत ब्याज के मुकाबले अधिक होगा।
ईपीएफओ द्वारा तैयार नोट में कहा गया है, कि वित्त वर्ष 2012-13 के लिये 8.5 प्रतिशत ब्याज व्यावहारिक है। इस नोट पर ईपीएफओ की परामर्श इकाई वित्त और निवेश समिति (एफआईसी) ने भी 15 फरवरी को विचार किया था।
ईपीएफओ के अनुमान के अनुसार चालू वित्त वर्ष में 8.6 प्रतिशत ब्याज देने से उसे 240.49 करोड़ रुपए का घाटा होगा जबकि 8.5 प्रतिशत ब्याज से उसके पास 4.13 करोड़ रुपए अतिरिक्त राशि उपलब्ध होगी।
सूत्रों ने कहा कि ईपीएफओ का निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड की सोमवार को बैठक होने वाली है जिसमें चालू वित्त वर्ष के ब्याज के बारे में निर्णय किया जा सकता है।
वित्त मंत्रालय की सहमति के बाद ब्याज दर पर अधिसूचना सरकार जारी करती है। हालांकि ईपीएफओ वर्ष की शुरुआत में ब्याज दर की घोषणा करता है लेकिन इस बार इसमें देरी हुई है। (भाषा)