बैंकों के ऋण कारोबार में मामूली वृद्धि

गुरुवार, 3 जून 2010 (08:52 IST)
आर्थिक गतिविधियों में सुधार के साथ ही बैंकों से ऋण उठाव में भी पहले की अपेक्षा कुछ तेजी आई है। रिजर्व बैंक के आँकड़ों के अनुसार 21 मई को ऋण वृद्धि 17.96 प्रतिशत तक पहुँच गई, जबकि एक साल पहले यह 15.20 प्रतिशत थी।

रिजर्व बैंक वक्तव्य के अनुसार 21 मई को बैंकों का कुल बकाया कर्ज 33.24 लाख करोड़ रुपए पर था। सही मायनों में बैंक कर्ज में पाँच लाख रुपए की वृद्धि दर्ज की गई।

रिजर्व बैंक ने अपनी सालाना मौद्रिक नीति में चालू वित्त वर्ष में ऋण वृद्धि 20 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। बैंकों से गैरखाद्य ऋण की वृद्धि 20 प्रतिशत रहने की उम्मीद लगाई गई है। हालाँकि रिजर्व बैंक ने कहा है कि ये अनुमान हैं, इन्हें लक्ष्य मानकर नहीं चलना चाहिए।

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में ऋण वृद्धि और तेज होगी, क्योंकि ढाँचागत क्षेत्र की परियोजनाओं में व्यय बढ़ेगा।

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुख्य अर्थशास्त्री डीके जोशी ने उम्मीद जाहिर की है कि आने वाले महीनों में कर्ज का उठाव तेज होगा। ढाँचागत परियोजनाओं में निवेश बढ़ने से उम्मीद की जा सकती है कि ऋण वृद्धि 20 से 22 प्रतिशत के दायरे में होगी। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें