मुद्रास्फीति की दर में हल्की बढ़ोतरी

शनिवार, 25 अगस्त 2007 (19:06 IST)
फल-सब्जी, बाजरा, मसूर और चना जैसे खाद्यं पदाथों और कारखानों में तैयार कुछ सामान महँगा होने से मुद्रास्फीति की सालाना दर 11 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 0.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 4.10 प्रतिशत पर पहुँच गई। गत सप्ताह यह 4.05 प्रतिशत और गत वर्ष की समान अवधि में 5.07 प्रतिशत थी।

वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आँकड़ों में यह जानकारी दी गई है। यह अब तक अनुमानों के अनुरूप 5 प्रतिशत के नीचे बनी हुई है। सप्ताह के दौरान शकर, सूती धागा और सीमेंट के भावों में बढ़त दर्ज हुई।

केन्द्रीय वित्त मंत्री पी.चिदम्बरम ने गुरुवार को संसद में कहा कि सरकार का लक्ष्य मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत के नजदीक लाने का है। उन्होंने कहा कि जब तक गेहूँ, चावल और दालों का उत्पादन नहीं बढ़ता तब तक खाद्य पदार्थों के दामों पर दबाव बना रहेगा।

बैंकिंग क्षेत्र में नकदी की भरमार से महँगाई के खतरे को देखते हुए रिजर्व बैंक ने 31 जुलाई को उम्मीद के अनुरूप नकद सुरक्षित अनुपात (सीआरआर) आधा प्रतिशत बढ़ा कर सात प्रतिशत करने की घोषणा की पर आर्थिक वृद्धि की उच्च रफ्तार बनाए रखने के लिए मुनासिब दर पर ऋण सुलभ कराने के लिए अपनी ब्याज की दरों को वर्तमान स्तर पर बनाए रखा।

रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने पर जोर देते हुए चालू वित्त वर्ष में इसे पाँच प्रतिशत पर लाने और मध्यकालिक लिहाज से इसे घटाकर चार से साढ़े चार प्रतिशत के बीच लाने का लक्ष्य रखा है।

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