उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में सूचीबद्ध करने के लिए आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिए कुछ हिस्सेदारी बेची जा सकती है। इसके बाद शेयरों के दाम बढ़ने पर सरकार और हिस्सेदारी बेचकर घाटे में चल रही कंपनी को मुनाफे में ला सकती है। सूत्र का कहना है कि इससे नियंत्रण भी सरकार के पास रहेगा और एयरलाइंस मुनाफे में भी आ जाएगी।
उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया में रणनीतिक विनिवेश के तहत सरकार ने इसकी 76 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का प्रस्ताव रखा था। इसके लिए बोली प्रक्रिया के तहत 31 मार्च तक अभिरुचि पत्र मंगाए गए थे, लेकिन एक भी बोली प्रदाता के सामने नहीं आने के बाद विनिवेश प्रक्रिया विफल हो गई।
अब आगे क्या कदम उठाना है इसके बारे में फैसला कंपनी के विनिवेश के लिए बने मंत्रियों के समूह को करना है जिसके अध्यक्ष वित्तमंत्री हैं। सूत्र ने बताया कि अभी अन्य विकल्प भी खुले हुए हैं, लेकिन उनके साथ-साथ शेयर बाजार में सूचीबद्ध करने के विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है। (वार्ता)