यह समझौता एक्सीलिस्ट सॉल्युशंस और फ्रीचार्ज पेमेंट टेक्नोलॉजीस (इन दोनों कंपनियों को संयुक्त रूप से फ्रीचार्ज के रूप में जाना जाता है।) की 100 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदने के लिए किया है। इसे 385 करोड़ रुपये के नकद सौदे में अधिगृहीत किया जाना है। इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक एवं अन्य नियामकीय अनुमतियां लेना अभी बाकी है।
बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिखा शर्मा ने पत्रकारों से कहा कि इस सौदे पर सुबह हस्ताक्षर किए गए और यह बैंक के लिए रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण फैसला है। बैंक के मुख्य वित्त अधिकारी जयराम श्रीधरन ने कहा कि बैंक को सभी नियामकीय अनुमतियां दो माह में मिल जाने की उम्मीद है। बैंक अपने वालेट कारोबार का इसमें विलय करने के बारे में विचार कर रहा है। उल्लेखनीय है कि स्नैपडील ने अप्रैल 2015 में फ्रीचार्ज को 40 करोड़ डॉलर की अनुमानित लागत पर खरीदा था। (भाषा)