नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर पीली धातु में आई बड़ी गिरावट के बावजूद स्थानीय मांग बनी रहने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 29,900 रुपए प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रहा। हालांकि चांदी की कीमतों पर वैश्विक गिरावट तथा औद्योगिक मांग में आई कमी का असर देखा गया और यह 550 रुपए लुढ़ककर 42,250 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई।
विदेशों में आज दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में भारी गिरावट रही। लंदन का सोना हाजिर 4.40 डॉलर फिसलकर 1,284.30 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। जून का अमेरिकी सोना वायदा भी 7.8 डॉलर लुढ़ककर 1,286.30 डॉलर प्रति औंस बोला गया। चांदी भी इसी तरह 0.07 डॉलर फीकी होकर 18.20 डॉलर प्रति औंस रही ।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने तथा मुनाफा वसूली से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। गत दिवस डॉलर तीन सप्ताह के निचले स्तर पर चला गया था, लेकिन आज इसमें हल्की मजबूती आई जिससे सोने पर दबाव पड़ा है।
विश्लेषकों की राय में भू-राजनीतिक परिस्थितियां अभी पीली धातु को बढ़ावा देने वाली हैं, लेकिन मुनाफा वसूली के दबाव से इसकी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। निवेशक फ्रांस में हुए पहले दौर के मतदान को लेकर भी सशंकित हैं।
वैश्विक दबाव के बावजूद घरेलू मांग की स्थिरता से सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन टिकाव रहा है। सोना स्टैंडर्ड 29,900 रुपए प्रति दस ग्राम पर स्थिर रहा और सोना बिटुर भी गत दिवस के 29,750 रुपए प्रति दस ग्राम पर टिका रहा। गिन्नी के दाम भी 24,500 रुपए पर अपरिवर्तित रहे।
चांदी पर औद्योगिक मांग तथा सिक्का निर्माताओं के उठाव में आई कमी के अलावा वैश्विक दबाव भी हावी रहा जिससे इसमें लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। चांदी हाजिर 550 रुपए फिसलकर 42,250 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई। यह 11 अप्रैल के बाद का इसका निचला स्तर है।
चांदी पिछले तीन दिन में 750 रुपए प्रति किलोग्राम सस्ती हुई है। चांदी वायदा भी 385 रुपए टूटकर 41,830 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई। हालांकि सिक्का लिवाली और बिकवाली क्रमश: 72 हजार और 73 हजार रुपए प्रति सैकड़ा पर स्थिर रहे। कारोबारियों के अनुसार इस महीने के अंत में अक्षय तृतीया के त्योहार से पहले मांग आने से सोने की मांग बरकरार है लेकिन चांदी की मांग कमजोर पड़ गई है। (वार्ता)