उन्होंने बताया कि नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम की वर्ष 2014 में 153, 2015 में 152 और 2016 में 228 घटनाएं हुईं जिनमें क्रमश: 3, 10 और 13 जवान शहीद हुए और 29, 26 और 99 घायल हुए थे। वर्ष 2015 से इस साल 11 जुलाई तक सेना पर 27 आतंकवादी हमले हुए जिनमें 40 जवान शहीद हुए।