पटेल ने कहा कि हम (उद्योग) ब्याज दरों में कटौती चाहते हैं। यह हमारे लिए अब एक बड़ी समस्या बन गई है। आज की तारीख में भारत में वास्तविक ब्याज दर करीब 6% के बराबर है। उन्होंने कहा कि वृद्धि, मुद्रास्फीति और ब्याज दरों के बीच एक संतुलन होना चाहिए। (भाषा)