साइरस मिस्त्री ने कहा कि टाटा समूह की कुछ घाटे में चल रही कंपनियों के चलते समूह की 18 अरब डॉलर की सम्पत्ति बट्टे खाते में जा सकती है। बंबई शेयर बाजार को भेजी जानकारी में टाटा समूह की कंपनियों टाटा स्टील और इंडियन होटल्स ने कहा है कि कंपनियों के वित्तीय लेखजोखे एक कामकाजी कंपनी के तौर पर तैयार किए जाते हैं जिनमें कंपनी के बारे में सही और उचित तस्वीर पेश की जाती है।
वित्तीय लेखाजोखा तैयार करते समय कंपनियों की इस्तेमाल में आने वाली परिसंपत्तियों का मूल्यांकन लेखा मानकों के अनुरूप बट्टे खाते में डालने के लिए परीक्षण किया जाता है। कंपनियों की तरफ से यह टिप्पणियां टाटा- मिस्त्री मामला सामने आने के बाद आए हैं। मिस्त्री के खुलासे के बाद शेयर बाजारों ने कंपनियों से स्पष्टीकरण मांगना शुरू किया है।